उज्जैन

ड्राइवर ने दिखाई समझदारी, नहीं वैन बन जाती बर्निंग ट्रेन

गांव रुनखेड़ा के पास मंगलवार सुबह 8 बजे स्कूल वैन में आग लग गई। इसमें 15 से अधिक बच्चे सवार थे। ड्राइवर कृष्णपालसिंह की समझदारी से बच्चों के साथ कोई हादसा नहीं हुआ

उज्जैनOct 15, 2019 / 11:49 pm

Ashish Sikarwar

गांव रुनखेड़ा के पास मंगलवार सुबह 8 बजे स्कूल वैन में आग लग गई। इसमें 15 से अधिक बच्चे सवार थे। ड्राइवर कृष्णपालसिंह की समझदारी से बच्चों के साथ कोई हादसा नहीं हुआ

नागदा. गांव रुनखेड़ा के पास मंगलवार सुबह 8 बजे स्कूल वैन में आग लग गई। इसमें १५ से अधिक बच्चे सवार थे। ड्राइवर कृष्णपालसिंह की समझदारी से बच्चों के साथ कोई हादसा नहीं हुआ, लेकिन पुलिस ने कृष्णपाल पर ही प्रकरण दर्ज कर लिया है, जबकि जिम्मेदार स्कूल प्रशासन को राहत दे दी है। बीईओ व बीआरसी ने पंचनामा बनवाकर कार्रवाई के लिए डीईओ कार्यालय भेजा है।
ड्राइवर कृष्णपाल सिंह ने बताया कनवास स्थित कृष्णा एकेडमी स्कूल की वैन (एमपी 09 बीए 9598) को वह चलाता है। रोज की तरह बच्चों को रुनखेड़ा से लेकर आ रहा था। गांव से कुछ दूरी पर रेलवे फाटक के समीप ही इंडक्र्टर में से धुआं और चिंगारी निकलने लगी। इस पर उसने वैन रोककर बच्चों को उतारा। बच्चों के उतरने के बाद पेट्रोल ने आग पकड़ ली और वैन तेजी से जलने लगी। उसने ग्रामीणों और स्कूल प्रबंधक को सूचना दी। इसके बाद खाचरौद की दमकल मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया। आग में बच्चों के कॉपी-किताब और बैग जल गए। हालांकि बच्चों को कोई नुकसान नहीं हुआ।
ये बच्चे बैठे थे वैन में
वैन में भूमेश्वरी गोहिल, चेतना गोहिल, स्नेहा गोहिल, हर्षिता गोहिल, कृतिका गोहिल, युवराजसिंह गोहिल, आदित्य गोहिल, आयुष गोहिल, पृथ्वीराज चौहान, शक्तिराज गोहिल सहित अन्य बच्चे सवार थे। गौरव व पृथ्वीराज को ड्राइवर कृष्णपालसिंह ने बाहर निकाला था।
खाचरौद में 2017 में स्कूल गेट के बाहर वैन में लगी थी आग
खाचैराद में सितंबर 2017 में एक निजी स्कूल के सामने वैन में गैस रिफिलिंग के दौरान विस्फोट होने से आग लग गई थी। वैन से बच्चों को स्कूल लाने-ले जाने का कार्य होता था। स्कूल की छुट्टी होने से आधे घंटे पहले यह हादसा हुआ था।
ग्रामीण सहित शहरों में भी संचालित हो रही वैन
सरकार ने वैन का उपयोग स्कूली वाहन के रूप में करने पर प्रतिबंध लगा रखा है, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही से ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में वैन से ही बच्चों का परिवहन किया जा रहा है। समय रहते अगर अधिकारियों की नींद नहीं खुलती है तो बड़ा हादसा होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। इधर पालकों ने स्कूल संचालक नारायण सिंह पर भी स्कूल में चल रहे वाहनों के रखरखाव पर ध्यान नहीं देने का आरोप लगाया है।
कम बच्चे, इसलिए वैन चला रहे
स्कूल संचालक नारायण सिंह ने बताया वैन उसकी स्वयं की है। स्कूल में वैन प्रतिबंधित है, लेकिन बच्चों की संख्या कम होने पर बस की जगह वैन का ही उपयोग किया जा रहा था।
पंचनामा बनाया है, प्रतिवेदन डीईओ कार्यालय भेज रहे है
बीईओ सनतकुमार व्यास व बीआरसी प्रणीव द्विवेदी ने बताया कि जनशिक्षक व संकुल प्राचार्य को मौके पर भेजकर पंचनामा बनवाया है। वैन प्रतिबंधित होने के बाद भी स्कूल के माध्यम से चलाई जा रही थी। प्रतिवेदन कार्रवाई के लिए डीईओ कार्यालय भेजा जा रहा है। अन्य स्कूलों की भी जांच कराई जाएगी। तहसीलदार एसके पांडे ने पंचानामा बनाकर ग्रामीणों व पालकों से चर्चा की।
कनवास और रूनखेड़ा के बीच यह हादसा हुआ है। ड्राइवर के अनुसार वायर में फाल्ट होने से हादसा हुआ है। बच्चों को किसी प्रकार की चोट नहीं आई है। समय रहते आसपास के ग्रामीणों ने बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया। फायर ब्रिगेड ने भी आग पर काबू पाया। अभी वाहन मालिक के खिलाफ कार्रवाई की है। मामले की जांच होने पर ही आगे कार्रवाई होगी। अगर वाहन स्कूल में अटैच है तो स्कूल मालिक पर भी कार्रवाई की जाएगी।
मांगीलाल चौहान, थाना प्रभारी, खाचरौद

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