जानकारी के अनुसार देश में लगातार मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सोमवार को उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर Shree Mahakaleshwer को लेकर यह बड़ा निर्णय लिया गया। जिसके चलते यहां बाबा महाकाल की प्रतिदिन सुबह 4 बजे होने वाली भस्मआरती bhasmaarti में 31 मार्च तक प्रवेश बंद कर दिया गया है।
ऐसे में अब भस्म आरती सिर्फ पुजारी और पुरोहित ही करेंगे। इस कदम को कोरोनावायरस फैलने से रोकने के लिए बताया जाता है, वहीं मंदिर के अन्य स्थानों पर भी अधिक भीड़ ना हो इसका भी निर्णय लिया गया है।
प्रथम आरती भस्मआरती सुबह 04:00 से 06:00 बजे तक
द्वितीय आरती द्योदक सुबह 07:30 से 08:15 बजे तक
तृतीय भोग आरती सुबह 10:30 से 11:15 बजे तक
चतुर्थ संध्याकालीन पूजन सायं 05:00 से 05:45 बजे तक
पंचम संध्या आरती सायं 06:30 से 07:15 बजे तक
शयन आरती रात्रि 10:30 से 11:00 बजे तक
जानकारी के अनुसार भस्म आरती bhasm aarti booking की बुकिंग जिन्होंने 1 माह पहले करवा ली थी, उनकी ये बुकिंग कैंसिल कर दी गई है साथ ही इस संबंध में संबंधित श्रद्धालुओं को एसएमएस sms massege द्वारा मंदिर समिति की ओर से सूचना भी दे दी गई है।
अभी ये कि जा रही है व्यवस्था…
कोराेना संक्रमण coronavirus की आशंका के चलते महाकाल mahakal temple मंदिर में साफ-सफाई व्यवस्था और दुरुस्त कर दी है। मंदिर परिसर की दिन में दो बार धुलाई की जा रही है। मंदिर के बेरिकेट्स, रैलिंग की भी बार-बार सफाई कर रहे हैं। इसके अलावा उज्जैन स्थित मंगलनाथ, हरसिद्धि, कालभैरव और सांदीपनि आश्रम में भी श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग की जा रही है।
इन धार्मिक स्थानों पर भी कोरोना का असर
कोरोनावायरस के चलते देश दुनिया में अकेले विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर की आरती को लेकर ही रोक नहीं लगाई गई है। जबकि यहां के अलावा पाकिस्तान के गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने वाला करतारपुर कॉरिडोर को भी सोमवार से बंद हो गया। वहीं, दतिया स्थित पीतांबरा पीठ में भी दर्शन रोकने का फैसला किया गया है।