विद्युत कंपनी अब तक बिजली बिल मैन्युअली के साथ एसएमएस के माध्यम से उपभोक्ताओं तक पहुंचाती है, लेकिन अब एक कदम और बढ़कर ई-मेल के माध्यम से भेजे जाएंगे। कंपनी ने उपभोक्ताओं के लिए यह सुविधा शुरू भी कर दी है। इसके लिए उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर व ई-मेल दोनों मांगे जा रहे हैं। दरअसल उपभोक्ताओं की अक्सर शिकायत रहती है कि उन तक बिल नहीं पहुंचते या देरी से पहुंचते हैं। ऐसे में कई बार बिल भरने से चूक जाते हैं। ऐसे में पेनल्टी भरना पड़ती है। विद्युत अधिकारियों का कहना है कि ई-मेल के माध्यम से बिल भेजने पर उपभोक्ता उन्हें तत्समय पूरा देख सकते हैं।
ऐसे करवा सकते हैं ई-मेल रजिस्टर्ड
उपभोक्ता अपने ई-मेल जोन कार्यालय पर जाकर रजिस्टर्ड करवा सकते हैं। इसके अलावा जोन के लैंडलाइन नंबर से भी ई-मेल बता सकते हैं, इसके लिए उपभोक्ताओं को अपने विद्युत कनेक्शन सर्विस नंबर भी बताने होंगे।
यह होगा फायदा
उपभोक्ताओं को समय पर बिजली बिल मिल जाएंगे।
डाउनलोड करने पर पूरा बिल देख सकेंगे। कितने यूनिट बने, रीडिंग कब हुई, कुल राशि कितनी आदि जानकारी मिल सकेगी।
बिजली बिल नहीं मिलने या देरी से मिलने जैसी शिकायत खत्म होगी।
बिल में किसी तरह की गड़बड़ी होने पर सुधार भी करवा सकेंगे।
पहले वाट्सएप पर भेजने की थी योजना
विद्युत कंपनी की ओर से ई-मेल की बजाय उपभोक्ता के वाट्सएप नंबर पर भी बिजली बिल भेजने की योजना बनाई थी। तकनीकी खामियों व उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर बदलने के चलते इसकी ई-मेल को तरजीह दी गई। हालांकि ई-मेल का उपयोग कम लोगों की ओर से किए जाने की बात भी सामने आई थी जिससे वाट्सएप को बेहतर बताया गया था, लेकिन इसे मान्य नहीं किया गया।
&उपभोक्ताओं को समय पर बिल मिले इसके लिए ई-मेल पर भी बिजली बिल भेजे जाएंगे। उपभोक्ता ई-मेल जोन कार्यालय पर रजिस्टर्ड करा सकते हैं।
– शैलेन्द्र गुजराती, अधीक्षण यंत्री, विद्युत कंपनी