उज्जैनPublished: Jun 14, 2019 12:43:37 am
Mukesh Malavat
शिकायतों के बाद भी जिम्मेदार नहीं लेते सुध
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नागदा. पाड्ल्याकलां क्षेत्र में नगर पालिका द्वारा वर्ष 2016 में सडक़ निर्माण किया गया। सडक़ को उत्कृष्ट सडक़ की श्रेणी में रखते हुए मार्ग पर प्लास्टिक के स्पीड ब्रेकर लगाए गए। विड़बना यह है कि सालों बाद भी मार्ग के दोनों नालियों का निर्माण नहीं हो सका है। परेशानी बारिश के दिनों में खड़ी होती है। नालियों का निर्माण नहीं होने से बारिश का सारा पानी रहवासियों के घरों में घुस जाता है। हालात यह हो जाते है कि रहवासियों का घरों से निकलना तक मुश्किल हो जाता है। ऐसा नहीं है कि रहवासियों द्वारा नालियां निर्माण के लिए नगर पालिका अफसरों को शिकायत नहीं की गई। शिकवे शिकायत सभी कुछ किया गया, लेकिन अफसरों ने नालियों के नहीं बनने के कारण के बारे में ठेकेदार से पूछना उचित नहीं समझा।
वर्ष 2016 में भैरू चौक से शीतलामाता मंदिर तक करीब एक किमी लंबे आंतरिक शहरी सडक़ का निर्माण किया गया। सडक़ जिस क्षेत्र में निर्मित है उसे पाड्ल्याकलां क्षेत्र के नाम से जाना जाता है. सडक़ को उत्कृष्ट श्रेणी में रखते हुए मार्ग पर स्पीड ब्रेकर लगाए गए, लेकिन मार्ग के दोनों ओर नालियों का निर्माण नहीं किया जा सका। रहवासियों का कहना है कि नालियों का निर्माण नहीं होने बारिश का पानी उनके घरों तक पहुंच जाता है। हालात यह हो जाते है रहवासियों का घरों से निकलना तक मुश्किल हो जाता है।
पुरानी नालियों में पनपते है मच्छर: बारिश के अलावा अन्य मौसम में पुरानी पड़ी नालियों में बहुतायत की मात्रा में मच्छर पनपते है। ऐसे में क्षेत्र के लोगों का शाम पड़े घर से निकलना मुश्किल हो जाता है। परेशानी तब आती है, जब मच्छरों के काटने से क्षेत्रवासी बीमार पडऩे लगते है। नालियों में पनप रहे मच्छरों को काबू किए जाने को लेकर नगर पालिका द्वारा किसी प्रकार के कीटनाशक का भी छिडक़ाव नहीं किया जाता। बिजली कटौती के दौरान क्षेत्र में भीषण अंधेरा हो जाता है। ऐसे में मार्ग से होकर गुजरने वाले वाहन चालक राहगीर कई बार नालियों में गिरकर चोटिल हो जाते है।
आए दिन होती हैं दुर्घटनाएं
मार्ग का उपयोग ग्राम पाड्ल्याकलां के रहवासियों द्वारा कृषि उपज मंडी, बायपास मार्ग व खाचरौद मार्ग पहुंचने के लिए किया जाता है। उक्त मार्ग शहर की सबसे व्यस्ततम सडक़ों की श्रेणी में आता है। नालियों का निर्माण नहीं होने से मार्ग पर आए दिन छोटी-छोटी बड़ी दुर्घटनाएं होती है। सालों बाद भी निर्माण नहीं किए जाने से रहवासियों ने शिकवे शिकायत करना ही छोड़ दिया है।
मामले की जानकारी आपसे प्राप्त हुई। मार्ग का निर्माण मेरे कार्यकाल के दौरान का नहीं है। इसलिए स्पष्ट जानकारी फिलहाल नहीं दी जा सकती। इंजीनियर से इस विषय में चर्चा कर पूरी जानकरी दी जा सकेगी।
सतीश मटसेनिया, सीएमओ, नगर पालिका