उज्जैन

किसानों ने चौपट फसलों का इतना मांग लिया मुआवजा

नारेबाजी करते हुए हाइवे से निकला किसानों का काफिला : कलेक्टोरेट पहुंचकर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

उज्जैनSep 26, 2019 / 12:37 am

rajesh jarwal

नारेबाजी करते हुए हाइवे से निकला किसानों का काफिला : कलेक्टोरेट पहुंचकर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

शाजापुर. अतिवृष्टि से खरीफ फसल १०० फीसदी नष्ट हो चुकी है, किसानों को भारी नुकसान हुआ है। किसानों को प्रतिहेक्टेयर ३० हजार रुपए मुआवजा दिया जाए। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत सभी किसानों को बीमा क्लेम की राशि मिले सहित २४ सूत्रीय मांगों को लेकर भारतीय किसान संघ के बैनर तले अनेक किसान ने हाइवे पर रैली निकालकर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। इसके पहले एक घंटे तक कृषि उपज मंडी परिसर में किसानों की सभा आयोजित हुई। जिसमें पदाधिकारियों ने एकजुट होकर किसानों की मांग रखने का आह्वान किया।
बता दें कि इस बार २५ जुलाई से अब तक जिले में तेज बारिश का दौर जारी है। जिले में अब तक ७१ इंच बारिश हो चुकी है। जिससे जिले में बड़ी मात्रा में बोई गई सोयाबीन सहित टमाटर, मक्का, उड़द, मूंग, संतरे, प्याज आदि ने बड़ा नुकसान हुआ है। किसानों के मुताबिक ८०-९० फीसदी फसल अतिवृष्टी से नष्ट हो चुकी है। शेष १०-२० प्रतिशत फसल भी जलभराव से खराब होने की कगार में है। फसलों का १०० फीसदी नुकसान दर्शाया जाए और प्रति हेक्टर ३० हजार रुपए राहत राशि किसानों को दिलाई जाए। इसी मांग को लेकर बुधवार दोपहर १२ बजे बड़ी संख्या किसान कृषि उपज मंडी प्रांगण में एकत्रित हुए। यहां पदाधिकारियों ने किसानों को संबोधित किया। इसके बाद दोपहर १.३० बजे मंडी प्रांगण से वाहन रैली निकाली गई, जो हाइवे पर धोबी चौराह, टंकी चौराह, ट्रैफिक पाइंट, लालघाटी होते हुए कलेक्टोरेट पहुंची। यहां एसडीएम यूएस मरावी को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन का वाचन संघ के तहसील मंत्री राजेंद्र गुर्जर ने किया। इस दौरान किसानों ने नारेबाजी भी की।
तहसील मंत्री राजेंद्र गुर्जर ने कहा कि ज्ञापन के माध्यम प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को किसानों की समस्या से अगवत कराया गया है। सरकार वास्तव में किसानों के साथ है तो जल्द से जल्द बीमा राशि और मुआवजा राशि वितरीत करें। उन्होंने कहा कि हमारे मांगी नहीं मानी गई तो जिला स्तर पर आंदोलन कर स्थाई रूप से धरना दिया जाएगा।
बड़ी संख्या में मौजूद रही पुलिस
किसान वाहन रैली को लेकर बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। हाइवे पर विभिन्न पाइंट पर यातायातकर्मी मौजूद थे तो कलेक्टोरेट में एसडीओपी एके उपाध्याय बल के साथ मौजूद रहे। बता दें कि २० अगस्त को
फसलों को हुए नुकसान के सर्वे को लेकर बड़ी संख्या में किसान जनसुनवाई में पहुंचे थे। यहां ज्ञापन देने के बाद किसानों ने हाईवे पर चक्काजाम कर दिया था। ऐसी घटना की पुनर्वत्ती न हो इसके लिए पुलिस और प्रशासन सतर्क रहे।
ज्ञापन में ये मांगे रखी किसानों ने
सर्वे में फसलों का १०० फीसदी नुकसान दर्शाया जाए।
३० हजार रुपए प्रति हेक्टेयर किसानों को मुआवजा दिया जाए।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत किसानों को बीमा क्लेम दिलवाया जाए।
जय किसान ऋण माफी योजना अंतर्गत आने वाले किसानों ने बैंक कर्ज जमा नहीं किया , अब डिफाल्टर है, उन किसानों को भी बीमा क्लेम का लाभ दिया जाए।
किसान सम्मान निधि योजना की राशि ६००० से बढ़ाकर १२००० की जाए।
जय किसान ऋणमाफी योजना में सभी किसानों को कर्ज माफी किया जाए, जो वचनपत्र के अनुसार हो।
वर्ष २०१८ का सोयाबीन की प्रोत्साहन राशि ५०० रुपए तुरंत डाली जाए।
वर्ष २०१९ का गेहूं का बोनस १६० व मसूर, प्याज, उड़द की भावांतर राशि तुरंत डाली जाए।
जिले की सभी बड़ी मंडियों में बड़ा तोलकाटा लगाए जाए।
कुल २४ मांगें किसानों द्वारा की गई।
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