सांसद चिंतामणि मालवीय कार्यक्रम की व्यापक तैयारियों में जुटे थे। डीआरएम ने भी प्लेटफॉर्म ८ के पास स्थित कार्यक्रम स्थल का दौरा कर लिया था। निरस्ती को लेकर भाजपा ने रेल मंत्री व सीएम के चुनाव कार्यकमों में व्यस्त होने का हवाला दिया। मीडिया प्रभारी वीरेंद्र कोले के अनुसार जल्द ही नई तारीख तय कर बड़े स्तर पर कार्यक्रम आयोजित होगा।
नाम नहीं, इंदौर के जनप्रतिनिधि खफा
पार्टी भले कुछ भी तर्क दे, लेकिन वास्तविक इससे परे है। दरअसल फतेहाबाद सांवेर विधानसभा में आता है। यहां के विधायक राजेश सोनकर हैं। कार्यक्रम को लेकर सांसद चिंतामणि मालवीय द्वारा छपवाए कार्ड में उनका व लोकसभा स्पीकर तथा इंदौर सांसद सुमित्रा महाजन का नाम नहीं था। मालवीय ब्रॉडगेज के साथ यहां उज्जैन-इंदौर रेलपथ दोहरीकरण व अन्य कार्यों का भी शिलान्यास यहां करना चाहते थे। दोनों प्रोजेक्ट इंदौर क्षेत्र से लिंक हैं। बावजूद इंदौर के जनप्रतिनिधियों से तालमेल नहीं बनाया। इसी वजह से रेल मंत्री का दौरा आखिरी दौर में निरस्त हो गया।
एसडीएम ने कलेक्टर को भेजा नायब तहसीलदार का इस्तीफा
मामला अपर कलेक्टर के व्यवहार से दुखी होकर इस्तीफा देने का
उज्जैन. अपर कलेक्टर के व्यवहार से दुखी होकर इस्तीफा देने का मामला कलेक्टर तक पहुंच गया है। खाचरौद एसडीएम गोपाल वर्मा ने नायब तहसीलदार शिवाकांत पांडे का इस्तीफा कलेक्टर संकेत भोंडवे को भेज दिया है। हालांकि अभी इस पर कोई निर्णय नहीं हुआ है।
कुछ दिन पूर्व हुई जनसुनवाई में फोन पर वरिष्ठ अधिकारी द्वारा नायब तहसीलदार पांडे से दुव्यर्वहार करने का मामला आया था। पांडे के अनुसार अपर तहसीलदार अनिरुद्ध मिश्रा के फोन से एक अधिकारी द्वारा उन्हें धमकाया और बेवजह अपमानित किया गया था। बाद में पता चला था कि फोन पर अपर कलेक्टर बसंत कुर्रे थे। पांडे ने अधिकारी के इस व्यवहार से दुखी होकर उसी दिन एसडीएम वर्मा को इस्तीफा सौंप दिया था। राजस्व प्रमुख सचिव को पत्र लिख उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की मांग की है। एसडीएम वर्मा ने बताया, नायब तहसीलदार का पत्र कलेक्टर को भेज दिया गया है।