हर विधानसभा में एक- एक आदर्श मतदान केंद्र
संसदीय क्षेत्र की आठों विधानसभा में एक-एक आदर्श मतदान केन्द्र बनाया गया है। यहां मतदाताओं को उत्कृष्ट दर्जे की सेवाएं दी जा रही हैं। इनमें नागदा-खाचरौद का केन्द्र क्रमांक 117 फातिमा हासे स्कूल कक्ष क्रमांक 01 नागदा, महिदपुर का केन्द्र क्रमांक 248 प्राशाला भवन राघवी, तराना का केन्द्र क्रमांक 150 शाप्रा विद्यालय कक्ष क्रमांक 02 अतिरिक्त कक्ष पूर्वी भाग तराना, घट्टिया का केन्द्र क्रमांक 158 जनपद पंचायत का नवीन सभागृह, उज्जैन उत्तर का केन्द्र क्रमांक 34 सेंटपाल कान्वेंट स्कूल नर्सरी कक्ष क्रमांक 33 आगर रोड, उज्जैन दक्षिण का केन्द्र क्रमांक 206 शाप्रावि दमदमा पश्चिमी कक्ष और बडऩगर का केन्द्र क्रमांक 130 हाईस्कूल दक्षिण भाग मौलाना को आदर्श मतदान केन्द्र बनाया है।
1950 पर फोन कर बताएं समस्या
आयोग की ओर से मतदाताओं के लिए 1950 टोलफ्री नंबर भी उपलब्ध करवाया गया है। इसमें मतदाता अपने मतदान केंद्र क्रमांक, मतदान की जानकारी सहित अन्य समस्याएं बता सकते हैं।
आठ हजार पुलिस जवान व अधिकारी संभाल रहे चुनाव ड्यूटी
लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में सुबह 7 बजे से उज्जैन-आलोट लोकसभा क्षेत्र में मतदान आरंभ हो चुका है। इसके लिए पुलिस प्रशासन मुस्तैदी के साथ सुरक्षा व्यवस्था संभाले हुए हैं। चुनाव को निष्पक्ष और शांतिपूर्वक करवाने के लिए करीब 8 हजार जवान और अधिकारी चुनाव की व्यवस्था में लगे हैं। इसमें करीब 2271 का स्थानीय बल शामिल है। इसके अतिरिक्त इतनी ही संख्या में विशेष पुलिस अधिकारी तैनात किए गए हैं। साथ ही अद्र्धसैनिक बलों की कंपनी भी जिले में व्यवस्था संभाले हुए हैं। संवेदनशील मतदान केंद्रों पर एक विशेष पुलिस अधिकारी के साथ आम्र्स फोर्स को तैनात किया गया है। साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों को भी सेक्टर के अनुरूप तैनात किया है, जो दिनभर चुनाव की गतिविधियों पर नजर रखेंगे। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के लिए समन्वय बनाएंगे।
कैमरों की भी नजर
चुनाव के दौरान पुलिस भी पूरी तरह से डिजिटल संसाधनों से लैस है। संवेदनशील मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी की व्यवस्था की गई है। जहां यह व्यवस्था नहीं है, वहां पुलिस की तरफ से कैमरे तैनात कर दिए गए हैं, ताकि किसी भी असामाजिक तत्व की गतिविधियों को रिकॉर्ड किया जा सके। एक दिन पूर्व से ही जिले में आने वाले मार्ग और प्रमुख मार्ग पर चैकिंग बढ़ा दी गई है।
कुछ ऐसी है पुलिस की व्यवस्था
स्थानीय बल – 1871
स्थानीय महिला बल – 400
होमगार्ड सैनिक – 900
विशेष पुलिस अधिकारी – 1750
केंद्रीय सुरक्षा बल – 9 कंपनी
एसएएफ – 5 कंपनी