वर्तमान में जिस जमीन पर महामृत्युंजय मठ स्थापित है, उसकी व आसपास की भूमि के स्वामित्व को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। मामला कोर्ट में भी विचाराधीन है। कुछ दिन पूर्व प्रशासन ने मठ के आसपास की जमीन पर कब्जा लिया था। सोमवार को फिर नगर निगम की गैंग यहां कार्रवाई करने पहुंची थी। मठ प्रमुख अपर्णा भारती की शिकायत पर पूर्व विधायक बटुकशंकर जोशी ने मौके पर पहुंच कार्रवाई रुकवाई थी। मंगलवार को फिर जोशी कांग्रेस शहर कार्यकारी अध्यक्ष विवेक यादव व अन्य के साथ मठ पर पहुंचे। अपर्णा भारती ने दस्तावेजों का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि आरएसएस के इशारे पर उनकी जमीन को हथियाने का प्रयास किया जा रहा है। पूर्व में अधिकारियों द्वारा दबाव बनाकर व झूठ बोलकर उनसे जमीन का एक हिस्सा ले लिया गया और अब मठ को भी हटाना चाहते हैं। कोर्ट में प्रकरण विचाराधीन होने व सभी दस्तावेज होने के बावजूद उन्हें अतिक्रमणकारी घोषित किया जा रहा है। यहां तक की सरकारी कागजों में भी हेराफेरी कर रिकॉर्ड बदले गए हैं। पूर्व विधायक जोशी ने अपर्णा भारती से चर्चा के बाद कहा कि न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन होने के बाद भी प्रशासन व नगर निगम मनमाने तरीके से कार्य कर रहा है। अधिकारी-कर्मचारी एक महिला को धमकाने का प्रयास कर उनका आसरा छीनना चाहते हैं। जोशी ने नियम विरुद्ध मनमानी कार्रवाई नहीं होने देने और अब तक की गई गलत कार्रवाई के दोषी अधिकारियों के निलंबन की बात कही। उन्होंने सहयोगी नेताओं से पूरे प्रकरण की विस्तृत जानकारी लेने उचित कार्रवाई करवाने का कहा। इस दौरान शहर कांग्रस अध्यक्ष महेश सोनी, शिव लश्करी, बबलू खिंची आदि मौजूद थे।