उज्जैनPublished: Nov 29, 2019 12:51:22 am
Mukesh Malavat
पुलिस का कहना- पोस्टमार्टम के बाद ही कुछ कहा जा सकता है
पुलिस का कहना- पोस्टमार्टम के बाद ही कुछ कहा जा सकता है
गुलाना/शाजापुर. समीपस्थ ग्राम बाड़ीगांव से 25 नवंबर की दोपहर को लापता हुए 6 वर्षीय बालक का शव 75 घंटे (चौथे दिन) बाद अपने घर के पीछे स्थित खंडहर हो चुके सूने मकान से बरामद हुआ। शव को देखकर ग्रामीण इसे तांत्रिक क्रिया के लिए हुआ अपहरण बता रहे हैं। हालांकि पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु का कारण पता लगने की बात कह रही है।
ग्राम बाड़ीगांव निवासी रामचरण का 6 वर्षीय बालक विशाल 25 नवंबर को अपने घर के बाहर खेल रहा था। इसी दौरान दोपहर के बाद विशाल लापता हो गया। परिजनों ने उसकी सभी जगह तलाश की, लेकिन उसका कोई पता नहीं लगा। ऐसे में परिजनों ने इसकी शिकायत सलसलाई पुलिस को की। पुलिस ने बालक की गुमशुदगी दर्ज करते हुए उसकी तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने गुम हुए बालक की तलाशी में जिले सहित आसपास के जिले में भी तलाश की, लेकिन कोई लाभ नहीं मिला। ऐसे में पुलिस ने लापता विशाल की जानकारी देने वाले के लिए इनाम की घोषणा भी कर दी। मामले में ग्रामीणों ने बालक के अपहरण की बात कही थी, लेकिन पुलिस इसे गुमशुदगी मानकर जांच कर रही थी। स्थिति को देखते हुए गत दिनों अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आरएस प्रजापति ने भी गांव पहुंचकर जानकारी जुटाई और बालक की खोज करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए थे। ऐसे में पुलिस सभी जगह पर बालक की तलाश कर रही थी। इसी बीच गुरुवार को पुलिस को सूचना मिली कि बालक का शव उसके घर के पीछे स्थित खंडहर में पड़ा हुआ है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा बनाया और शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पहुंचा दिया।
मौके पर लगी भीड़ को पुलिस ने हटाया
सूचना मिलने के बाद मौके पर सलसलाई थाना प्रभारी प्रेमलता खत्री, गुलाना चौकी प्रभारी एनिम टोप्पो सहित अन्य पुलिसकर्मी पहुंच गए। पुलिस ने मौके पर जमा हुई भीड़ को यहां से हटाया। इसके बाद खंडहर का निरीक्षण किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पहुंचा दिया। विशाल का शव मिलने की सूचना मिलते ही पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। लोगों ने बताया कि करीब दो साल ये कच्चा घर खाली पड़ा हुआ है। जिसमें कोई आता-जाता भी नहीं है।
पत्थर गिरने की आवाज सुनकर लोग पहुंचे तो दिखा शव
गुरुवार को इस खंडहर के पास से गांव की दो महिलाएं गुजर रही थी। तभी उन्हें खंडहर में पत्थर गिरने की आवाज सुनाई थी। ऐसे में महिलाओं ने पास में मौजूद कुछ और लोगों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद सभी ने जैसे ही खंडहर के अंदर जाकर देखा तो उनके होश उड़ गए, क्योंकि यहां पर एक बालक का शव पड़ा हुआ था। सूचना मिलते ही बालक के पिता रामचरण सहित अन्य ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए और पुलिस को मामले की जानकारी दी गई।
बगैर कपड़ों के में मिला बालक का शव
मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा तो यह शव सोमवार को गुम हुए विशाल का ही था। शव का एक हाथ और सिर के पीछे का कुछ हिस्सा जला हुआ था। वहीं विशाल का शव बगैर कपड़ों के पड़ा हुआ था और शरीर पूरी तरह से फूल गया था। मौके पर मौजूद ग्रामीणों में शव को देखकर तांत्रिक क्रिया किए जाने की चर्चा चलने लगी। ग्रामीणों ने बताया कि जिस दिन विशाल गायब हुआ वो अमावस्या के एक दिन पहले चतुर्दशी का दिन था। ऐसे में विशाल का अपहरण कर उसकी तंत्र क्रिया के लिए हत्या की गई, क्योंकि विशाल का हाथ और सिर के पीछे का हिस्सा जला हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि जिस खंडहर से शव बरामद हुआ वहां पर ग्रामीणों ने और पुलिस ने कई बार जाकर तलाश किया, लेकिन तब वहां कोई नहीं था।
विशाल के घर के पीछे स्थित कच्चे खंडहर से शव बरामद हुआ है। पंचनामा बनाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया है। बालक की मृत्यू कैसे हुई ये पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही पता लग पाएगा। मामले की जांच की जा रही है।
– प्रेमलता खत्री, थाना प्रभारी-सलसलाई