आज पहले दिन जब भक्त भस्म आरती के बाद बाहर आए तो उनको टोकन लेकर नाश्ते के लिए बताया और जब भक्तों ने नाश्ता किया तो उनकी प्रशंन्नता देखती ही बनती थी। एक भक्त रमेश ने बताया कि वह रात से ही लाइन में लग गए थे और जब दर्शन करके बाहर निकले तो बहुत तेज भूख लग रही थी। प्रसाद में मिला पोहा और चाय़ पीकर आनंद आ गया। पोहा बहुत स्वादिष्ट था। भक्तों ने मंदिर समिति की व्यवस्था बहुत सराहना की । भस्मआरती तड़के 4 बजे से शुरू होती है। बाहर से आए श्रद्धालु रात 12 बजे से ही कतार में लग जाते हैं। भस्मआरती सुबह 6 बजे समाप्त होती है।
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मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि मंदिर प्रबंध समिति के सदस्य पुजारी प्रदीप गुरु, राजेन्द्र शर्मा, पुजारी राम शर्मा की मंशा और समिति के अध्यक्ष व कलेक्टर आशीष सिंह के मार्गदर्शन में श्रद्धालुओं के लिए दानदाता के माध्यम से 29 अप्रेल से बडे़ गणपति मंदिर के समीप निशुल्क अन्नक्षेत्र में प्रतिदिन भस्म आरती के बाद सुबह 6 से 8 बजे तक निशुल्क अल्पाहार सुविधा रहेगी। इसमें पोहा, खिचड़ी, चाय वितरण किया जाएगा।
श्रद्धालुओं को बांटे टोकन
गौरतलब है कि भगवान महाकाल की भस्मारती में प्रतिदिन करीब दो हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं। इसके लिए देर रात से कतार लगना शुरू हो जाती है। नई व्यवस्था के अनुसार नाश्ते के लिए टोकन बांटे गए। इसके लिए चार काउंटर बनाए गए हैं।
आप बन सकते भागीदार
प्रशासक के अनुसार यह नई सेवा दानदाताओं के माध्यम से संचालित होगी। श्रद्धालुओं की इस सेवा में दानदाता भागीदार बनेंगे। कोई भी जन्मदिन, वैवाहिक वर्षगांठ, पुण्यतिथि या अन्य अवसर पर दान देकर सेवा में भागीदार हो सकेंगे। समिति गुरुवार से दानदाताओं से ही इसकी शुरुआत करेगी।