कोरोना काल के बाद अब जब सारे प्रकल्प सरकार ने खोल दिए हैं, तो ऐसे में विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में भी गर्भगृह और नंदी हॉल में प्रवेश दिए जाने का निर्णय कलेक्टर आशीष सिंह, एसपी सत्येंद्र शुक्ला व प्रबंध समिति के सदस्यों ने बैठक में लिया। महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति की बैठक कलेक्टर सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। राज्य शासन द्वारा 17 नवंबर 2021 से कोविड-19 महामारी के समय जारी समस्त प्रतिबंध हटा लिए गए हैं। इसी तारतम्य में बैठक में आगामी 6 दिसंबर से श्रद्धालुओं को गर्भगृह में कोविड महामारी में लगाए गए प्रतिबंधों के पूर्व जिस तरह की प्रवेश व्यवस्था थी, उसी के अनुरूप प्रवेश देने का निर्णय लिया गया है। बैठक में एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल, निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता, एडीएम संतोष टैगोर, समिति प्रशासक गणेश कुमार धाकड़, समिति सदस्य पं. आशीष पुजारी, दीपक मित्तल, विजयशंकर शर्मा एवं पं. प्रदीप पुजारी मौजूद थे।
अन्य निर्णय भी लिए गए
– मन्दिर में वर्तमान में अनुमति प्राप्त फोटोग्राफरों की संख्या पर्याप्त होने पर नए को अनुमति नहीं देने का निर्णय लिया।
– महाकाल मन्दिर विस्तार योजना अंतर्गत भूमि अधिग्रहण के लिए कुल 150.92 करोड़ रुपए की राशि का आवंटन राज्य शासन से करने हेतु पत्र भेजा गया है। बैठक में उक्त कार्यवाही का अनुमोदन किया गया।
– मन्दिर प्रबंध समिति के अंतर्गत सभी कर्मचारियों, शिक्षकों की वार्षिक वेतन वृद्धि के संबंध में चर्चा की गई तथा निर्णय लिया गया कि प्रतिवर्ष वार्षिक वेतन वृद्धि नियत करने का एक समग्र प्रस्ताव बनाकर आगामी बैठक में प्रस्तुत किया जाए।
– उज्जैन दर्शन बस सेवा पुन: शुरू करने का निर्णय लिया गया।
– स्टोर शाखा द्वारा प्रस्तुत की गई विभिन्न निविदाओं का अनुमोदन किया गया।
– महाकाल मन्दिर परिसर विस्तार का रूद्रसागर का कार्य पूर्ण होने के बाद श्रद्धालुओं के लिए त्रिवेणी संग्रहालय से फेसिलिटी सेन्टर तक आने-जाने के लिए ई-कार्ट की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु आवश्यक कार्यवाही एवं निविदा का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा।