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आज से ठाकुरजी करेंगे इस्कॉन मंदिर में नौका विहार

locationउज्जैनPublished: Apr 30, 2018 12:40:46 am

Submitted by:

Lalit Saxena

परसिर में बनाया सरोवर, भक्तों को सात दिन तक दर्शन

patrika

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उज्जैन. वैशाख पूर्णिमा के अवसर पर इस्कॉन मंदिर भरतपुरी में सोमवार से ६ मई तक नौका उत्सव मनाया जाएगा। भगवान मदनमोहन राधारानी के साथ सरोवर में नौका विहार करेंगे। सात दिन तक भक्तों को शाम 5 से रात 9 बजे तक भगवान के नौका विहार के दर्शन होंगे। इस्कॉन मंदिर के पीआरओ राघव पंडित दास ने बताया गर्मी में भगवान को ठंडक प्रदान करने के लिए देवालयों में नौका विहार की परंपरा है। भगवान के वृंदावन में यमुना, पुरी में नरेंद्र सरोवर आदि जगह नौका विहार का उल्लेख मिलता है। इसी क्रम में भगवान के नौका विहार के लिए इस्कॉन मंदिर में नौका विहार उत्सव मनाया जा रहा है। इसके लिए इस्कॉन मंदिर भरतपुरी में सरोवर बनाया गया। इस्कॉन मंदिर में भगवान के नौका विहार उत्सव का आयोजन 30 अप्रैल से ६ मई तक साकार होगा। भक्तों को प्रतिदिन भगवान के नौका विहार के दर्शन होंगे। इसके लिए मंदिर परिसर में सरोवर की स्थापना की गई है। इसके दिव्यजल में भगवान विहार करेंगे।
नृसिंह जयंती पूजन-अभिषेक
इस्कॉन मंदिर में रविवार को नृसिंह जयंती उत्सव मनाया गया। सुबह भगवान का पंचामृत अभिषेक-पूजन कर आकर्षक चंदन शृंगार किया। दिनभर भजन-कीर्तन हुए। शाम को गौधुली वेला में प्राकट्य आरती की गई।
साईं पुरसनाराम साहिब मेले का समापन
उज्जैन. साईं पुरसनाराम साहिब के दो दिवसीय मेले का रविवार को समापन हुआ। इस अवसर मुकेश राधाकिशन साहिब जयपुरवालों ने पूरे समाज के लिए सुख समृद्धि की कामना कर आशीर्वाद दिया। इसके अलावा विशाल सागर म्यूजिकल पार्टी की ओर से प्रस्तुत धार्मिक भजनों से माहौल धर्ममय हो गया। इसके अलावा दे अन्य दलों द्वारा धार्मिक गीतों और भजनों की प्रस्तुति दी। सैकड़ों लोगों ने महाप्रसादी ग्रहण की।
गजकेसरी योग में आज वैशाख पूर्णिमा
उज्जैन .वैशाख मास की पूर्णिमा पर सोमवार को गजकेसरी योग का संयोग बन रहा है। इस विशिष्ट योग में शिप्रा स्नान, दान-पुण्य, शुभकार्य तथा खरीदी श्रेष्ठ मानी गई है। ज्योतिषियों के अनुसार गजकेसरी योग दिनभर रहेगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार वैशाखी पूर्णिमा सोमवार के दिन स्वाति नक्षत्र, सिद्घि योग, भाव करण तथा तुला राशि के चंद्रमा की उपस्थिति में आ रही है। ग्रह गोचर में बृहस्पति की तुला राशि में चंद्रमा के साथ युति है। ग्रहों की इस युति से 12 साल बाद गजकेसरी योग का बन रहा है। इस प्रकार का संयोग इससे पहले वर्ष 2006 में बना था। दिनभर गजकेसरी योग रहेगा।

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