4 नंबर गेट तक बेवजह चल रहे भक्त
सावन और भादौ मास में उमडऩे वाली भीड़ के चलते मंदिर प्रबंध समिति ने 4 नंबर गेट से दर्शनार्थियों को प्रवेश देने की व्यवस्था की थी। अब चूंकि मंदिर में सामान्य भीड़ चल रही है, बावजूद इसके यह गेट अब भी पूर्व की भांति संचालित हो रहा है। इस वजह से प्रोटोकॉल और 250 रुपए की रसीद लेकर आने वाले भक्तों, पुजारी-पुरोहितों व पुलिसवालों को बेवजह चलना पड़ रहा है। यदि पुलिस चौकी के पास वाला डी-गेट पुन: शुरू कर दिया जाए, तो सभी को सुविधा रहेगी।
कहां है ४ नंबर गेट
महाकाल मंदिर के सामने से होकर बड़े गणेश के लिए जाने वाली सड़क पर नागधारी गणेश मंदिर के समीप 4 नंबर गेट बनाया गया था, ताकि सावन-भादौ में आने वाले कावड़ यात्री, कलश धारी महिलाएं और वीआइपी-प्रोटोकॉल वालों के अलावा मीडिया को यहां से प्रवेश दिया जा सके।
बैरिकेड्स बन रहे बाधक
मंदिर से 4 नंबर गेट तक जाने वाले रास्ते पर भीड़ नियंत्रण के लिए बैरिकेड्स लगाए गए थे। अब ये बैरिकेड्स आने-जाने वाहनों के लिए बाधक बन रहे हैं। इससे चौड़ी सड़क भी संकरी हो गई है।
इन्होंने कहा…
सावन-भादौ की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 4 नंबर गेट बनाया था। एक या दो दिन में इसे बंद करके वापस डी-गेट से प्रवेश दिया जाना सुनिश्चित करेंगे।
– एसएस रावत, प्रशासक महाकाल मंदिर समिति
सावन और भादौ मास में उमडऩे वाली भीड़ के चलते मंदिर प्रबंध समिति ने 4 नंबर गेट से दर्शनार्थियों को प्रवेश देने की व्यवस्था की थी। अब चूंकि मंदिर में सामान्य भीड़ चल रही है, बावजूद इसके यह गेट अब भी पूर्व की भांति संचालित हो रहा है। इस वजह से प्रोटोकॉल और 250 रुपए की रसीद लेकर आने वाले भक्तों, पुजारी-पुरोहितों व पुलिसवालों को बेवजह चलना पड़ रहा है। यदि पुलिस चौकी के पास वाला डी-गेट पुन: शुरू कर दिया जाए, तो सभी को सुविधा रहेगी।
कहां है ४ नंबर गेट
महाकाल मंदिर के सामने से होकर बड़े गणेश के लिए जाने वाली सड़क पर नागधारी गणेश मंदिर के समीप 4 नंबर गेट बनाया गया था, ताकि सावन-भादौ में आने वाले कावड़ यात्री, कलश धारी महिलाएं और वीआइपी-प्रोटोकॉल वालों के अलावा मीडिया को यहां से प्रवेश दिया जा सके।
बैरिकेड्स बन रहे बाधक
मंदिर से 4 नंबर गेट तक जाने वाले रास्ते पर भीड़ नियंत्रण के लिए बैरिकेड्स लगाए गए थे। अब ये बैरिकेड्स आने-जाने वाहनों के लिए बाधक बन रहे हैं। इससे चौड़ी सड़क भी संकरी हो गई है।
इन्होंने कहा…
सावन-भादौ की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 4 नंबर गेट बनाया था। एक या दो दिन में इसे बंद करके वापस डी-गेट से प्रवेश दिया जाना सुनिश्चित करेंगे।
– एसएस रावत, प्रशासक महाकाल मंदिर समिति