उज्जैनPublished: Jul 10, 2019 01:17:10 am
Mukesh Malavat
सीमांकन के बीच आस-पास के खेत मालिकों ने रखी रास्ते की मांग, 20 फीट रास्ते पर बनी सहमति
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नागदा. सालों से लंबित शासकीय कन्या महाविद्यालय भवन निर्माण की राह आसान हो गई है। मंगलवार को राजस्व अमले ने मनोहर वाटिका के पीछे कॉलेज के लिए चयनित भूमि का सीमांकन कर कॉलेज प्रबंधन को सौंप दी। इस दौरान लोक निर्माण विभाग, निर्माण करने वाले एजेंसी के अधिकारी एवं कॉलेज प्रबंधन के अधिकारीगण मौजूद थे। लगभग दो घंटे तक सीमांकन का कार्य चलने के बीच आसपास के खेत मालिकों ने अपना पक्ष रखते हुए रास्ते की मांग रखी, जिस पर 20 फिट रास्ता देने का भरोसा राजस्व विभाग के अमले ने दिया।
शासकीय कन्या महाविद्यालय के भवन निर्माण के लिए मंगलवार को कलेक्टर शशांक मिश्र के आदेश पर एसडीएम आरपी वर्मा ने राजस्व अमले को सीमांकन के लिए दल मनोहर वाटिका से के पीछे रिक्त पड़ी शासकीय भूमि पर भेजा। दल में शामिल आरआई मदनलाल उईके, पटवारी अनिल शर्मा ने शासकीय भूमि सर्वे क्रमांक 642, 643 एवं 641/1 की कुल रकबा 2.644 भूमि का सीमांकन किया। प्रोजेक्टर मैनेजर एसके टीकरिया के अनुसार 7 दिसंबर 2016 को कॉलेज भवन निर्माण के लिए 381.48 लाख रुपए स्वीकृत हुए थे। वर्ष 2017 के सितंबर माह में वर्क आर्डर जारी होने के बाद भवन निर्माण के लिए शासकीय भूमि खोजना शुरू किया। सबसे पहले खाचरौद नाका के समीप फलहारीबाबा के आश्रम के समीप भवन निर्माण के लिए भूमि चिह्नित की गई थी, लेकिन जलभराव एवं असुरक्षा की दृष्टि इसको निरस्त कर दिया गया। इसके बाद एसडीएम आरपी वर्मा ने छात्राओं की सुरक्षा की दृष्टि से कस्तुरबा छात्रावास, फुटे तालाब के समीप एवं मनोहर वाटिका के पीछे एवं फलहारी बाबा के समीप स्थल निरीक्षण किया था। कॉलेज प्रबंधन ने मनोहर वाटिका के पीछे पड़ी रिक्त भूमि को भवन निर्माण के लिए उपयुक्त बताते हुए प्रस्ताव बनाकर एसडीएम के समक्ष प्रस्तुत किया था।
कलेक्टर ने दिए थे प्रक्रिया शुरू करने के आदेश
एसडीएम ने भूमि हस्तांतरण के लिए प्रस्ताव बनाकर कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया। मंगलवार को कलेक्टर ने भूमि का सीमांकन कर हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू करने के आदेश दिए। राजस्व टीम ने सीमांकन कर लगभग 11 बीघा भूमि कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. माधवी पाटीदार को सौंपी। प्राचार्य डॉ. पाटीदार ने बताया कि वर्ष 2012 से कन्या महाविद्यालय सरकारी अस्पताल के सामने स्थित सरकारी स्कूल के कुछ कमरों में संचालित हो रहा है। सीमांकन के दौरान कॉलेज के स्पोटर्स आफिसर कृष्णपालसिंह नरुका, विनोद प्रजापत, गणेश पहलवान आदि मौजूद थे।
सीमांकन की प्रकिया के बाद सर्वे होगा, जिसमें यह सुनिश्चित किया जाएगा कि चयनित भूमि में भवन की लोकेशन किस जगह उचित होगी। पुराने रास्ते को कॉलेज परिसर प्रवेश के लिए उपयोग में लिया जा सकता है।
संजय बागड़ी, ठेकेदार
कन्या महाविद्यालय के भवन निर्माण हेतु सीमांकन कर भूमि प्राचार्य को सौंप दी गई है।
आरपी वर्मा, एसडीएम नागदा