राज्यपाल का प्रभार ग्रहण करने के पहले भी आई थीं उज्जैन
बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर आनंदीबेन पटेल एसी कोच बस से उज्जैन आई थीं। राज्यपाल का प्रभार ग्रहण करने से पूर्व उन्होंने बाबा महाकाल के दर्शन-पूजन कर आशीर्वाद लिया था। आनंदीबेन पटेल झाबुआ में नागरिकों से संवाद का कार्यक्रम निरस्त कर उज्जैन आईं थीं। महाकाल दर्शन कर मध्यप्रदेश के राज्यपाल का पदभार संभाला था।
दो बार आ चुकी हैं गुजराती समाज में
मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का उज्जैन के गुजराती समाज से रिश्ता रहा है। वे दो बार पहले भी समाज के कार्यक्रम में शामिल हो चुकी हैं। इसी के साथ गुजराती समाज के गतिविधियों से जुड़ी रहती हैं। आनंदीबेन के राज्यपाल बनने पर समाज के लोगों ने खुशी जाहिर की थी।
विक्रमोत्सव अमृत महोत्सव का करेंगी उद्घाटन
महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ स्वराज संस्थान संचालनालय मप्र शासन संस्कृति विभाग की ओर से आयोजित विक्रमोत्सव अमृत महोत्सव के कार्यक्रम को राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल द्वारा शाम 5.30 बजे उद्घाटन किया जाएगा। इसके पूर्व शासकीय कन्या महाविद्यालय उज्जैन से शाम 4 बजे महिला सशक्तिकरण जागरुकता रैली निकाली जाएगी। रैली विक्रम कीर्ति मन्दिर तक जाएगी।
7 विधाओं के विक्रम अलंकरण पुरस्कारों का वितरण
विक्रमोत्सव के उद्घाटन समारोह में सात विधाओं में विक्रम अलंकरण पुरस्कारों का वितरण राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल द्वारा किया जाएगा। साथ ही नवीन कैलेण्डर का विमोचन भी होगा। सात विधाओं में दिए जाने वाले अलंकरण इस प्रकार हैं। भरत निजवानी को शौर्य अलंकरण, डॉ. मनोहरसिंह राणावत को पुरातत्व का अलंकरण, विशाल सिंधे को शास्त्रीय वादन के क्षेत्र में, धन्वंतरि आयुर्वेद महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.जोगेश्वर प्रसाद चौरसिया को आयुर्वेद अलंकरण, शास्त्रीय गायन में डॉ.योगेश देवले को, शास्त्री नृत्य विधा में डॉ. प्रियंका वैद्य अष्टपुत्रे को तथा विधिक क्षेत्र में 20 वर्ष से नेशनल लोक अदालतों में नि:शुल्क सेवाएं देने वाले अभिभाषक राजेश जोशी को विक्रम अलंकरण दिया जाएगा।