इंगोरिया टीआई रवींद्र बारिया ने बताया कि घटना रविवार सुबह १० बजे की है। ग्राम सुवासा निवासी नरोत्तम शर्मा (८०) के दो बेटे हैं अशोक शर्मा व संतोष शर्मा। इसमें अशोक शर्मा का बेटा मनमोहन (२४) मानसिक रूप से विक्षिप्त है और उसका इलाज भी चल रहा है। रविवार सुबह घर में दादा नरोत्तम शर्मा व दादी सुशीला (७५) बैठे हुए थे। इसी दौरान पोता मनमोहन आया और उसने दादा से बीड़ी मांगी। दादा ने कहा कि अभी बीड़ी नहीं है और बीड़ी लेने को लेकर घर से बाहर निकल गए। तभी दादी सुशीला ने पोते से कहा कि क्या दिनभर बीड़ी मांगता रहता है, कुछ काम धंधा किया कर। बस इसी बात से वह गुस्सा हो गया। उसने घर में रखी कुल्हाड़ी को उठाया और दादी के गले पर वार कर दिया। इससे गला कट गया। वहीं उससे बचाव के दौरान अंगुली भी कट गई। मौके पर ही दादी की मौत हो गई। चीख सुनकर काका संतोष शर्मा (४०) आए। उन्होंने भतीजे के कुल्हाड़ी से हमला करते देख उसे रोकने की कोशिश कि लेकिन उन पर भी हमला कर दिया। उनके हाथ और सिर में चोट आई और वे गिर पड़े। घर में मची चीखपुकार से आसपास के लोग पहुंच गए। दादी और काका को खून से लथपथ देखकर लोगों ने डायल १०० को सूचना दी। सूचना मिलने पर इंगोरिया पुलिस भी पहुंच गई। संतोष शर्मा को एंबुलेंस से उपचार के लिए उज्जैन जिला अस्पताल भिजवाया गया। फिलहाल उसकी हालत खतरे से बाहर है।
हत्या कर भागने लगा, घेराबंदी कर पकड़ा
दादी और काका पर हमला कर आरोपी मनमोहन घर से भाग गया। ग्रामीण और पुलिस के पहुंचने पर उसे गांव से थोड़ी दूर एक मंदिर के पास से पकड़ लिया। इंगोरिया पुलिस ने रविवार को ही उसे न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
गांव स्तब्ध, पोता नशा और मानसिक रोगी
पोते द्वारा दादी की कुल्हाड़ी से नृशंस हत्या से पूरा गांव स्तब्ध हो गया, जिस किसी ने सुना उसे सहसा विश्वास नहीं हुआ कि मनमोहन ने सुशीला बाई और संतोष शर्मा पर कुल्हाड़ी से हमला किया। पोते मनमोहन के बारे में सामने आया है कि वह मानसिक रोगी है और परिवारजन उसका इलाज भी करवा रहे हैं। इसके अलावा नशे का भी आदी है।