नगर निगम ने छत्रीचौक लोहे की टंकी के सामने मल्टी लेवल पार्र्किंग का निर्माण किया है। शहर के इस पहली मल्टीलेवल पार्र्किंग भूतल पर दो पहिया, वहीं एक से तीन मंजिलों पर चार पहिया वाहन खड़े करने की व्यवस्था है। वर्तमान में निगम ही इसका संचालन कर रहा है। जून में प्रारंभ हुई इस मल्टीलेवल पार्र्किंग का चार महीने बाद भी पूरी क्षमता से उपयोग नहीं हो पा रहा है। पुराने शहर के तंग, व्यापारिक व महत्वपूर्ण क्षेत्र में स्थित होने के बावजूद पार्र्किंग स्थल के इस तरह खाली पड़े रहने के पीछे मुख्य कारण प्रबंधन की कमी माना जा रहा है। एक ओर पार्र्किंग स्थल का आसपास के क्षेत्र में सूचना या प्रचार नहीं किया गया है, वहीं सड़क किनारे बेतरतीब पाहन पार्र्किंग के खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। एेसे में पार्र्किंग स्थल होने के बावजूद कई लोग बेखौफ अपने वाहन दुकानों के सामने या सड़क किनारे खड़े कर शॉपिंग करने निकल जाते हैं।
भूतल पर बाइक और उसके ऊपर कार
मल्टीलेवल पार्र्किंग भूतल सहित चार मंजिला (जी प्लस थ्री) बनाया गया है। भूतल पर दो पहिया वाहन पार्क करने की व्यवस्था है। यहां करीब 350 दोपहिया वाहन पार्क हो सकते हैं। इसके ऊपर पहली व दूसरी मंजिल पर 35-35 और आखिरी मंजिल पर ४० कार खड़ी करने का स्थान है। वर्तमान में प्रतिदिन औसत 50-60 दोपहिया व 30-40 चार पहिया वाहन ही पार्क हो रहे हैं। निगम इनसे प्रति दो पहिया वाहन 6 व चार पहियां वाहन 12 रुपए पार्र्किंग शुल्क वसूल कर रहा है। देरी से निर्माण ने बढ़ाई लागत
शहर की पहली मल्टीलेवल पार्र्किंग निर्माण के लिए सितंबर 2017 में भूमिपूजन किया गया था। तब इसके निर्माण की लागत 5.65 करोड़ रुपए थी। इसका निर्माण 6 महीने में पूरा होना था लेकिन लेतलाली के कारण 19 महीने में प्रोजेक्ट पूरा हुआ। इसके चलले निर्माण लागत भी बढ़ गई और करीब 7.48 करोड़ रुपए खर्च करना पड़े।
एेसे बढ़ सकता है सुविधा का उपयोग
– आसपास के व्यापारियों के वाहनों के लिए कम शुल्क पर मासिक पास की व्यवस्था की जा सकती है।
– बेतरतीब वाहन पार्क करने, नो पार्र्किंग में वाहन खड़े करने आदि के खिलाफ सतत कार्रवाई चले।
– गोपाल मंदिर, छत्री चौक, कमरी मार्ग व आसपास के क्षेत्रों में मल्टी लेवल पार्र्किंग स्थल के सूचना बोर्ड लगे।
– संचालन के अनुभवी कंपनी को ठेके पर व्यवस्था दी जा सकती है।