शुक्रवार की रात से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा, हालांकि रिमझिम बारिश ही होती रही। करीब 18 घंटे के बाद सुबह तक बड़े पुल से 3 फीट ऊपर पानी बह रहा था। इधर, नृसिंह घाट पुल भी डूबा हुआ था और पानी झालरिया मठ, कुमावत धर्मशाला तक भरा था। इसी तरह रामानुजकोट के सामने भी पानी भरा रहा, जो हरसिद्धि की पाल तक पहुंच चुका था। बाढ़ का पानी दानीगेट चौराहे तक पहुंच गया था।
अब रोज होगा जलप्रदाय :-:
पूर्वानुसार नगर निगम द्वारा पुराने एवं नए शहर में तय समय पर जलप्रदाय किया जाएगा। पीएचई ईई अतुल तिवारी के अनुसार गंभीर बांध में पर्याप्त पानी आ जाने के बाद तय किया गया है कि सोमवार से पुन: नियमित जलप्रदाय किया जाएगा।
बारिश पर एक नजर :-:
जीवाजी वेधशाला के अनुसार 23 अगस्त की रात में 13.8 मिलीमीटर 0.54 इंच, पिछले 24 घंटों में 91.8 मिलीमीटर या 6.6 इंच बारिश हुई। पिछले 48 घंटों में 206.8 मिलीमीटर या 8.14 इंच बारिश हुई है। अभी तक कुल 685.8 मिली मीटर 27.0 इंच बारिश हो गई है। इधर भू-अभिलेख के आंकड़ों के अनुसार जिले में अभी तक औसत 27 इंच से अधिक बारिश हुई, पिछले चौबीस घंटे में जिले में औसत 96.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई। सर्वाधिक वर्षा बडऩगर में 126 मिमी रिकार्ड की गई। पिछले साल इस अवधि में उज्जैन तहसील में 845 मिमी, घट्टिया में 980, खाचरौद में 874, नागदा में 1338, बडऩगर में 790, महिदपुर में 728 एवं तराना तहसील में 1301 मिमी वर्षा हुई थी।
जल मग्न बस्तियों में महाकाल अन्नक्षेत्र से पहुंचाया भोजन :-:
शहर में लगातार हो रही बारिश के कारण जिन घरों में पानी भर गया है, उनमें भोजन की परेशानी हो गई। ऐसे में महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने अपना कर्तव्य निभाते हुए करीब ८०० पैकेट्स उन बस्तियों तक पहुंचाए हैं। जानकारी प्रशासक एसएस रावत ने दी।