शुक्रवार को भाजपा ने महाकाल स्थित माधव सेवा न्यास में श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया जन्म शताब्दी महोत्सव 2018-19 का शुभारंभ कर कमल शक्ति संवाद कार्यक्रम आयोजित किया। मुख्य अतिथि भोपाल की पूर्व महापौर कृष्णा गौर ने विजयाराजे सिंधिया के राजनीतिक सफर की जानकारी दी और महिलाओं के लिए उन्हें प्रेरणा स्त्रोत बताया। संवाद कार्यक्रम के अंत में लॉटरी से चुनी गई कमल शक्ति परिवार की चार महिला सदस्यों ने गौर से महिलाओं से जुड़े अलग-अलग मुद्दों पर भाजपा सरकार की ओर से किए या न किए गए कार्यों के बारे में पूछा। संवाद कार्यक्रम इस तरह प्रस्तुत किया गया था, जैसे महिलाएं स्वतंत्र होकर सरकार से महिला वर्ग को लेकर किए कार्यों का हिसाब मांग रही हैं। चार सवालों के जवाब में गौर ने सैकड़ों महिलाओं तक सरकारी योजनाओं की जानकारी पहुंचा दी। कार्यक्रम में महापौर मीना जोनवाल ने भी संबोधित कर महिलाओं को पार्टी की जीत में भागीदारी करने का आह्वान किया। साथ ही अतिथियों ने नेताओं ने महिलाओं की भागीदारी से अबकी बार 200 पार के नारे को सिद्ध करने का दावा भी किया। स्वागत भाषण महिला अध्यक्ष रजनी उपाध्याय ने दिया। कार्यक्रम के आखिर में पूर्व पार्षद रेखा ओरा ने गौर से राजनीति में महिलाओं को कम अवसर मिलने की बात कही। ओरा के अनुसार आज भी चुनाव में महिलाओं को तुलनात्मक कम अवसर मिलते हैं।
समाजसेवी महिलाएं सम्मानित
कार्यक्रम में समाजसेवी व अग्रणी कार्य का रही महलाओं का भी सम्मान किया गया। अतिथियों ने डॉ. सतविंदर कौर सलूजा, सुनीता बागडि़या, शकुंतला आर्य, मंजू खतरोड का शॉल, श्रीफल भेंट व पुष्पमाला पहनाकर सम्मानित किया।
सवाल और योजना का जाल
सवाल- राजनीति में महिलाएं कैसे आगे बढ़ सकती हैं, कार्य करते समय वे कैसे चुनौतियों का सामना करें।
जवाब- राजनीति पर पुरुषों का एकाधिकार माना जाता था। भाजपा व मुख्यमंत्री ने राजनीति में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देकर महिलाओं को अपनी प्रबंध क्षमता दिखाने का अवसर दिया। सही सोच व उद्देश्य से राजनीति में आते हैं तो सफलता निश्चित है। चुनौतियां आती हैं लेकिन आत्मविश्वास से कार्य कर इनका सामना किया जा सकता है।
सवाल- महिलाओं के स्वास्थ्य सुधार के लिए सरकार ने क्या किया।
जवाब: महिला परिवार की धुरी होती है। वह स्वस्थ है तो परिवार की गाड़ी पथरीले रास्तों पर भी आसानी से चल सकती है। सरकार की इंद्र धनुष योजना से 7 लाख, जननी योजना से 8 लाख महिलाओं को स्वास्थ्य लाभ मिला है। आयुष्मान योजना में 5 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा है। उज्ज्वला योजना भी स्वास्थ्य रक्षा से जुड़ी है।
सवाल- युवती या महिला शिक्षा लेने जाती हैं, कार्य करने जाती हैं तो उनकी सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए हैं।
जवाब- किसी भी सरकार के लिए महला सुरक्षा प्राथमिकता होना चाहिए। महिला सुरक्षा के दो पहलू हैं, एक सरकार और दूसरा समाज के स्तर पर। समाज की भागीदारी बहुत जरूरी है। सरकार के स्तर पर यह पहल की गई है कि 12 वर्ष तक की मासूम के साथ दुष्कर्म करने वाले को मृत्युदंड मिले। पुलिस में 33 प्रतिशत का आरक्षण देकर सरकार ने महिलाओं के हाथ में डंडे थमाए हैं।
सवाल-कई महिलाओं को पारिवारिक या आर्थिक कारणों से बीच में ही पढ़ाई छोडऩा पड़ती है, सरकार की क्या योजना है।
जवाब- अच्छे समाज निर्माण के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है। माध्यमिक स्कूलों की कमी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी यह स्थिति थी कि बच्चियों को प्राथमिक शाला के बाद पढ़ाई छोडऩा पड़ती है। सरकार ने छात्राओं को नि:शुल्क साइकिलें दी ताकि वह निकटतम गांव में जाकर अपनी पढ़ाई जारी रख सकें। लाडली लक्ष्मी योजना व अन्य योजना, गांव की बेटी योजना आदि संचालित की जा रही हैं।