परंपरा के मुताबिक हर पर्व के मनाने की शुरुआत भगवान महाकाल के दरबार से ही होती है। यही वजह है कि राष्ट्रीय पर्व 15 अगस्त का यह दिन ( Independece Day Celebration at Mahakal Temple ) भी बाबा महाकाल के आंगन से ही आरंभ हुआ। उज्जैन के महाकाल मंदिर में शनिवार सुबह भस्म आरती का आयोजन हुआ, जिसके बाद बाबा का श्रृंगार किया जाता है। आज का श्रंगार इसलिए खास रहा कि आजादी के इस महापर्व पर बाबा को देश की शान तिरंगा का तिलक लगाया गया था। भस्म आरती के दौरान पंडे-पुजारियों ने पंचामृत अभिषेक और अन्य पूजन विधि के बाद राजाधिराज भगवान महाकाल का तिरंगा स्वरूप में अद्भुत श्रृंगार किया।
कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष भगवान महाकाल के दरबार में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ श्रद्धालुओं को दर्शन कराए जा रहे हैं। इसके अलावा भस्म आरती में किसी भी श्रद्धालु को शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई है।
सामान्य रूप से दर्शन करने आने वाले भक्तों को 1 दिन पूर्व ऑनलाइन के माध्यम से बुकिंग कराना अनिवार्य है, उसी के माध्यम से भगवान महाकाल के मंदिर में उन्हें प्रवेश दिया जाता है स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष में मंदिर कार्यालय में भी ध्वज वंदन का आयोजन हुआ जिसमें प्रशासक एसएस रावत व अन्य अधिकारी वह कर्मचारी शामिल हुए
शिखर भी सजाया गया :-:
आजादी के पर्व महाकाल दरबार में भी मनाया गया। मंदिर के शिखर पर तिरंगे का स्वरूप दिया गया था। इसके बाद भस्म आरती में बाबा का श्रंगार भी तिरंगे के रंगों से किया गया। यहां हर साल राष्ट्र का यह महापर्व महाकाल में भी जोश के साथ मनाया जाता है।
ऐसे हुई भस्म आरती :-: