राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए तीन हजार पुलिसकर्मी लगाए हैं। इसके अलावा महिला जवान और हथियार बंद जवान, आरएसी (रैपिड एक्शन फोर्स) की दो बटालियन, क्विक रिस्पांस फोर्स, इमरजेंसी रिस्पांस फोर्स, सेना, क्लोज प्रोटेक्शन फोर्स के अलावा प्रेसिडेंट बॉडी गार्ड की टीम उनकी सुरक्षा करेगी।
आइजी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि यह राष्ट्रपति की आधिकारिक यात्रा है, जिसकी तैयारियां कार्यक्रम तय होते ही शुरू की जा चुकी थी। राष्ट्रपति जिस कार से आयुर्वेदिक कॉलेज और महाकाल दर्शन करने जाएंगे वह मर्सिडीज एस -600 पुलमैन गार्ड कार है, जिसकी कीमत 10 करोड़ के करीब है।
इस तरह की तीन कार उनके काफिले में रहेगी, जो एक जैसी काले रंग की होगी, पर किस कार में राष्ट्रपति बैठेंगे यह गोपनीय रहेगा। इन कार में नंबर प्लेट नहीं है और ये बुलेट प्रूफ होने के साथ बैलिस्टिक प्रोटेक्टिव कार हैं। जो बख्तरबंद यानी की हथियारों से लैस तो है साथ ही किसी अन्य प्रक्षेपास्त्र यानी मिसाइल को रोकने में सक्षम है। इसमें इमरजेंसी फ्रेश एयर सिस्टम भी है। जो अंदर फ्रेश ऑक्सीजन सप्लाई करती है। साथ इसमें नाइट व्यू असिस्ट सिस्टम की वजह से यह रात के घुप अंधेरे में भी फर्राटे भर सकती है।
क्लोज प्रोटेक्शन फोर्स में 4 महिला अफसर, 12 भाषाओं की ज्ञाता
राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए पुलिस फोर्स सहित 3 हजार अधिकारी और कर्मी के अलावा महिला जवान, हथियार बंद जवान के साथ रेपिड एक्शन फोर्स, क्वीक रिस्पांस, इमरजेंसी रिस्पांस फोर्स मौजूद रहेगी। इसके अलावा करीब 100 मीटर का घेरा बनाकर आर्मी के जवान राष्ट्रपति की सुरक्षा करेंगे। इसके बाद 75 मीटर के घेरे में सीपीटी यानी क्लोज प्रोटेक्शन फोर्स सुरक्षा करेगी।
इस फोर्स में दिल्ली पुलिस की चार महिला अधिकारी शामिल है। इनकी तैनाती पहली बार राष्ट्रपति कोंविद के कार्यकाल में ही हुई है। ये महिला अधिकारी आधुनिक हथियारों से लैस होने के साथ संवेदनशील होती है। सुरक्षा के दौरान किसके साथ कैसा व्यवहार करना है, इसमें यह एक्सपर्ट्स होती है। इन्हें 12 से ज्यादा विदेशी भाषाओं का ज्ञान होता है। ये नीले कलर का सूट पहने होंगी।
छह फीट से लंबे हैं बॉडीगार्ड
राष्ट्रपति के साथ साये की तरह भारतीय सेना की सर्वोच्च यूनिट प्रेसिडेंट बाडी गार्ड यानी पीबीजी रहेगी। यह यूनिट राष्ट्रपति की सुरक्षा में सबसे अहम है। इस यूनिट में शामिल बार्डी गार्ड की हाइट 6 फीट से कम नहीं होती और ये सिर्फ राजपूत, जाट और सिख रेजीमेंट से होते हैं।
राष्ट्रपति की उज्जैन यात्रा के दौरान 3 आफिसर्स, 7 जूनियर कमिशंड आफिसर्स और करीब 16 कमांडो रहेंगे। इनका चेहरा रौबदार, बदन गठिला और निगाहें गिद्ध की तरह होती है। ये किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए सक्षम होते हैं। इसके अलावा तीनों सेना के अधिकारी और सुरक्षा एजेंसिया मौजूद रहेगी।
दिल्ली से आए 50 अधिकारी, सेना के दो हेलीकाप्टर, दिनभर रिहर्सल
29 मई को राष्ट्रपति की यात्रा को लेकर शनिवार को दिनभर शहर में रिहर्सल का दौर चला। इस बीच आइजी, डीआइजी और एसएसपी सत्येन्द्रकुमार शुक्ल भी रिहर्सल में लगे रहे। दिल्ली से आए करीब 50 अधिकारियों ने रिहर्सल का जायजा लिया और खामियों को तुरंत ठीक करवाया। खासतौर पर जिन्ह चौराहों से राष्ट्रपति गुजरने वाले हैं उन चौराहों पर बार बार रिहर्सल की गई। इसके अलावा दोपहर में इंडियल आर्मी के दो हेलीकाप्टर भी उतरे हैं, जिनमें सुरक्षा उपकरण सहित अन्य सामग्री लाई गई है।
जूना महाकाल मंदिर तक जाएगी महामहिम की गाड़ी
वहीं महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 29 मई को बाबा महाकाल का दर्शन-पूजन करने आ रहे हैं। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने शुक्रवार शाम को रिहर्सल की। तीन गाडिय़ा जूना महाकाल तक जाएंगी।
महानिर्वाणी अखाड़े में महंत के कक्ष में बदलेंगे कपड़े, पहनेंगे धोती-सोला
इसके बाद वह महंत विनीत गिरि महाराज के आश्रम में पहुंचेंगे, यहां कपड़े बदलकर धोती-सोला धारण करेंगे। मंदिर में उनके आगमन को लेकर तैयारियां चल रही हैं। उनकी सुरक्षा को देखते हुए नो फ्लाइंग जोन घोषित किया है। करीब 1700 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। शहर में भी साज-सज्जा की जा रही है।