आभूषण कारीगर का बेटा देवांश १२वीं में जिला टॉपर, पान की गुमटी संचालक की बेटी ट्विंकल मेरिट में आई
उज्जैनPublished: May 26, 2023 02:15:13 am
एमपी बोर्ड ने जारी किया १०वीं व १२वीं का रिजल्ट: उज्जैन जिले ने प्रदेश सूची में दर्ज कराया नाम


एमपी बोर्ड ने जारी किया १०वीं व १२वीं का रिजल्ट: उज्जैन जिले ने प्रदेश सूची में दर्ज कराया नाम
उज्जैन. माध्यमिक शिक्षा मंडल ने गुरुवार को १०वीं व १२वीं का रिजल्ट जारी किया, जिसमें उज्जैन जिले की स्थिति पिछले वर्ष की बनिस्बत सुधरी और इसकी वजह से प्रदेश की सूची में उज्जैन जिले का नाम दर्ज हो सका है। प्रदेश की प्रावीण्य सूची में उज्जैन जिले के ४ बच्चों के नाम शामिल किए गए हैं। दो बच्चे १२वीं तो दो १०वीं के हैं, जिन्होंने प्रदेश की लिस्ट में ७वां व ८वां स्थान हासिल किया। कुल मिलाकर उज्जैन जिले ने १०वीं में ६१.४३ प्रतिशत तथा १२वीं में ६१.३२ प्रतिशत रिजल्ट दिया है।
सोने-चांदी के कारीगर भूपेश सोनी का बेटा देवांश १२वीं में ९६ प्रतिशत अंक हासिल कर जिले की प्रावीण्य सूची में पहले स्थान पर रहा। देवांश शासकीय उत्कृष्ट स्कूल का छात्र है, जिसका नाम प्रदेश की प्रावीण्य सूची में ८वें स्थान पर रहा। देवांश सामान्य परिवार से है। मां सीमा गृहणी है, जबकि पिता स्वर्ण कारीगर हैं। तीन बच्चों के परिवार में देवांश सबसे छोटा है। बड़ी बहन जया सोनी मेडिकल कॉलेज से बीडीएस कर रही है, तो एक और बड़ी बहन कुमकुम सोनी कम्प्यूटर साइंस से इंजीनियङ्क्षरग कर रही है। बड़ी बात यह रही कि चार माह पूर्व कुमकुम की डाक विभाग में नौकरी भी लग चुकी है, जो इंजीनियङ्क्षरग की पढ़ाई के साथ नौकरी भी कर रही है। देवांश का कहना है कि माता-पिता का बच्चों को पढ़ाने का हौसला और दोनों बड़ी बहनों की प्रेरणा के साथ स्कूल के प्राचार्य व शिक्षकों के सहयोग से उसने यह मुकाम हासिल किया है। देवांश माधवनगर उत्कृष्ट स्कूल का छात्र है, जिसे प्राचार्य संजय त्रिवेदी व परीक्षा प्रभारी प्रदीप पाराशर ने १०० प्रतिशत रिजल्ट लाने के लिए प्रेरित किया था।
मां ने संभाला, पापा
ने दिया हौसला
पान गुमटी संचालक जितेंद्र दलाल की बेटी ङ्क्षट््वकल ने बगैर कोङ्क्षचग के १२वीं में वाणिज्य संकाय से ९४.६ प्रतिशत अंकों के साथ प्रदेश की प्रावीण्य सूची में ७वें स्थान पर अपना नाम दर्ज किया। ट्विंकल भी माधव नगर उत्कृष्ट स्कूल की छात्रा है। ङ्क्षट््वकल का कहना है कि उसकी मां नमिता बुटिक पर काम करती है, जिसने हर संभव उसकी मदद की, वहीं पिता ने हमेशा पढ़ाई के लिए हौसला बढ़ाया।
ङ्क्षसगल पैरेंट मां की आस्था को मुकाम
दसवीं के रिजल्ट में ९६.६ फीसदी अंक लाने वाली आस्था सूर्यवंशी (जिले की प्रावीण्य सूची में दूसरा नाम) ने बताया कि २०२० में पिता अशोक ङ्क्षसह की हृदयघात से मृत्यु हो गई। इसके बाद से मां राधा सूर्यवंशी ने उसे प्रोत्साहित किया। जितना सहयोग मां से मिला उतना ही स्कूल के शिक्षकों ने किया। आस्था ने बताया कि वह बगैर कोङ्क्षचग के मां और शिक्षकों के सहयोग से इस मुकाम पर पहुंच सकी है। सभी विद्यार्थियों के लिए उसने यही मैसेज दिया कि किसी भी काम में एकाग्रता हो, सफलता जरूर मिलती है। पिता तो थे ही माता भी अधिवक्ता हैं।
सुबोध चंद्रवंशी
कक्षा -१०वीं
प्रतिशत -९६.८
पिता का नाम -भारत चंद्रवंशी
माता का नाम -संगीता चंद्रवशी
राहेमीन खान
कक्षा -१२वीं
प्रतिशत -९४
विषय -विज्ञान (गणित)
पिता का नाम -इरफान खान
माता का नाम -शबाना खान
जिले की प्रावीण्य सूची में दूसरा)