उज्जैनPublished: Jan 15, 2020 12:26:04 am
Ashish Sikarwar
चंबल मार्ग पर कार चोरी की घटना के बाद पुलिस ने रात में गश्त बढ़ा दी है। नतीजा यह हुआ कि दूसरे दिन यानी सोमवार-मंगलवार रात को बदमाश किसी वारदात को अंजाम नहीं दे सके। हालांकि बीती रात को भी पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ बदमाश चंबल मार्ग पर देखे गए हैं।
चंबल मार्ग पर कार चोरी की घटना के बाद पुलिस ने रात में गश्त बढ़ा दी है। नतीजा यह हुआ कि दूसरे दिन यानी सोमवार-मंगलवार रात को बदमाश किसी वारदात को अंजाम नहीं दे सके। हालांकि बीती रात को भी पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ बदमाश चंबल मार्ग पर देखे गए हैं।,चंबल मार्ग पर कार चोरी की घटना के बाद पुलिस ने रात में गश्त बढ़ा दी है। नतीजा यह हुआ कि दूसरे दिन यानी सोमवार-मंगलवार रात को बदमाश किसी वारदात को अंजाम नहीं दे सके। हालांकि बीती रात को भी पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ बदमाश चंबल मार्ग पर देखे गए हैं।
नागदा. चंबल मार्ग पर कार चोरी की घटना के बाद पुलिस ने रात में गश्त बढ़ा दी है। नतीजा यह हुआ कि दूसरे दिन यानी सोमवार-मंगलवार रात को बदमाश किसी वारदात को अंजाम नहीं दे सके। हालांकि बीती रात को भी पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ बदमाश चंबल मार्ग पर देखे गए हैं। सूचना के आधार पर रात करीब साढ़े तीन बजे मौके पर पहुंची पुलिस को देखकर बदमाश भाग गए। पुलिस ने कुछ दुरी तक उनका पीछा किया, लेकिन वे अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए। बदमाशों की संख्या चार बताई जा रही हैं। पुलिस का मानना है कि दो दिनों से शहर में कंजर गिरोह सक्रिय है। सोमवार रात चंबल मार्ग स्थित बीएसएनएल टॉवर के पीछे हुई कार चोरी की घटना में भी कंजर गिरोह का हाथ होने की आशंका है। यही कारण है कि पुलिस ने कंजरों को शहर से खदेडऩे के लिऐ रात्रि गश्त बढ़ा दी है। बीती रात को भी पुलिस की तीन अलग-अलग पार्टियां शहर से देहात तक गश्त करती रही।
चार बदमाश को खदेड़ा
थाना प्रभारी श्यामचंद्र शर्मा ने बताया मंगलवार रात करीब साढ़े तीन बजे मुखबिर से सूचना मिली थी कि चंबल मार्ग के उसी क्षेत्र में दो बदमाश देखे गए हैं जहां कार चोरी हुई थी। सूचना मिलते ही गश्त कर रही पुलिस पार्टी को मौके पर रवाना किया गया। दोनो बदमाशों का पुलिस से सामना भी हुआ, लेकिन पुलिस को देखकर बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले। हालांकि पुलिस ने कुछ दूरी तक उनका पीछा भी किया लेकिन अंधेरा ज्यादा होने के कारण बदमाश बच निकले।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी कर चुके हैं कई वारदात
नागदा पुलिस के लिए कंजर गिरोह पिछले कई वर्षों से चुनौती बना हुआ है। कुछ वर्षों की बात करें तो कंजरों के निशाने पर बेरक्षा, अटलावदा, मंडावल, टूटियाखेड़ी, नायन आदि गांव रहे हैं। यहां ट्रैक्टर, दोपहिया, मवेशी के अलावा कृषि उपकरण चोरी की दर्जनों वारदात हुई हैं, लेकिन गिरोह का एक भी सदस्य आज तक पुलिस के हाथ नहीं आ सकता है। गत वर्ष बेरक्षा के ग्रामीण तो कंजरों के आंतक से इस कदर परेशान हो गए थे कि ग्रामीणों द्वारा अलग-अलग टुकडिय़ां में रातिजगा कर गांव की सुरक्षा की थी।
चोरी का माल वापस करने के लिए मांगते हैं फिरौती
जानकार बताते हैं कि कंजर वाहन या मवेशी की चोरी कर बेचते नहीं, बल्कि चोरी करने के कुछ दिन बाद वह चोरी गए माल को वापस करने के लिए फिरौती मांगते हैं। दोनों पक्षों के बीच सौदा पट जाता है तो फिरौती की रकम लेकर कंजर चोरी किया माल वापस कर देते हैं। यही कारण है कई मामलों में ग्रामीण कंजरों के खिलाफ पुलिस में शिकायत तक नहीं करते। ग्रामीण जानता है कि पुलिस में शिकायत करने से माल वापस नहीं आएगा।
वारदात नहीं करने के लिए भी तय होता है सौदा
कंजरों के संबंध में एक और बात प्रचलित है। बताते हैं कि कंजरों द्वारा चोरी वहीं की जाती है जहां से उन्हें सालाना टैक्स नहीं मिलता। अलग-अलग क्षेत्र के कंजरों द्वारा पहले गांव बांट लिए जाते हैं। जिस गिरोह को जो गांव दिया जाता है वह उसी क्षेत्र के गंाव में वारदात करता है। वारदात के पहले गिरोह के सदस्य गांव के किसानों से जमीन के आधार पर टैक्स मांगते हैं। यानी जिसकी जितनी जमीन उसे उतना टैक्स देना होगा। अगर ग्रामीण प्रस्ताव मान लेते हैं तो उस गांव में चोरी नहीं होती। अगर नहीं माना जाता तो कंजरों के निशाने पर वह गांव आ जाता है।
दो दिनों से शहर में है मूमेंट
दो दिनों से कंजर गिरोह का मूमेंट शहर में दिखाई पड़ रहा है। सोमवार रात आधा दर्जन हथियारबंद बदमाशों ने चंबल मार्ग स्थित निजी पार्किंग से कार चोरी कर ली थी। घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। मंगलवार रात को भी चार बदमाश उसी क्षेत्र में फिर देखे गए हैं। हालांकि समय रहते पुलिस पहुंच गई और बदमाशों को खदेड़ दिया।