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युवक ने खुद पर डाला केरोसिन, आग लगाने से रोका तो पहुंचा यहां

locationउज्जैनPublished: Feb 20, 2020 12:23:05 am

Submitted by:

rajesh jarwal

झोपड़ी हटाई तो युवक ने किया कार्रवाई का विरोध, नगर परिषद के सीएमओ आए सकते में, बैरंग लौटे

 Kerosene poured on himself by the young man, he stopped here by setting fire

झोपड़ी हटाई तो युवक ने किया कार्रवाई का विरोध, नगर परिषद के सीएमओ आए सकते में, बैरंग लौटे

सुसनेर. नरबदियानाला में बुधवार को एक युवक और नगर परिषद के अधिकारी-कर्मचारी के बीच जमकर ड्रामा चला। नगर परिषद के सीएमओ ने युवक की झोपड़ी तोड़ दी तो युवक अपने घर में गया और कार्रवाई का विरोध करते हुए खुद के ऊपर केरोसिन उढ़ेल लिया। वह आग लगाता इससे पहले ही लोगों ने उसे पकड़ लिया। इस घटना के बाद अधिकारी भी सकते में आ गए और तुरंत अपने कार्यालय लौट गए। इसके बाद मामला यहीं नहीं थमा, पीडि़त युवक न्यायालय पहुंचकर न्यायाधीश को सारी बताई और न्याय की गुहार लगाई। इस पर न्यायाधीश ने सीएमओ को तलब कर लिया और मामले में उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
मामला दोपहर करीब 3 बजे का है जब एक बस्ती में निवासरत रामप्रसाद जादमे झोपड़ी को आम रास्ते में बनाने की बात कहकर नगर परिषद सीएमओ हरिवल्लभ शर्मा एवं नगर परिषद के मेट अखलाख खान सहित अन्य कर्मचारी हटाने के लिए पहुंचे और झोपड़ी को तोड दी। झोपड़ी मालिक युवक द्वारा इसका विरोध किया गया। इस बीच युवक ने घर में रखा केरोसिन अपने शरीर पर डाल लिया तथा आग लगाने लगा। मामले को बिगड़ता देख नगर परिषद सीएमओ एवं कर्मचारी उलटे पांव वापस लौट कर नगर परिषद आ गए।
युवक की झोपडी तोड़े जाने पर वह न्यायालय प्रथम श्रेणी न्यायाधीश लोकेन्द्र सिंह तोमर की अदालत में जा पहुंचा तथा नगर परिषद के अधिकारियों की शिकायत की। जिसके बाद न्यायाधीश ने नगर परिषद सीएमओ हरिवल्लभ शर्मा को न्यायालय में बुलाया। सीएमओ का कहना है कि उक्त युवक द्वारा अन्य मकान की ओर जाने वाले रास्ते की शासकीय जमीन पर अपनी झोपडी बना ली है जिसे हटाने के लिए हम वहां पर गए थे, जबकि युवक का कहना है कि वह वर्षों से अपनी झोपड़ी बनाकर रह रहा है। शासकीय जमीन पर तो अन्य लोगों का भी अतिक्रमण है अगर मेरी झोपडी अतिक्रमण होने से तोड़ दी गई तो अन्य लोगों को भी तोड़ी जाना चाहिए। इसके बाद न्यायाधीश ने जांच कर जमीन की नपती किए जाने की बात कही तथा समस्या का हल करने का निर्देश दिया।
पुलिस को नहीं दी सूचना-अतिक्रमण को लेकर नगर परिषद के अधिकारियों की लापरवाही भी सामने आ रही है। अतिक्रमण को हटाने के लिए ना तो पुलिस को कोई सूचना दी गई और ना अतिक्रमणकर्ता को किसी भी तरह का नोटिस देकर सूचना दी गई। ऐसे में सवाल उठाता है कि किस तरह से नगर परिषद के अधिकारी कार्य कर रहे हैं।
&शासकीय जमीन पर अतिक्रमण कर झोपड़ी बनाने के संबध में सूचना प्राप्त हुई थी जिसके बाद मे वहां कर्मचारियों के साथ गया था। मामले में जमीन की नपती करवाई गई है।
– हरिवल्लभ शर्मा, नगर परिषद सीएमओ सुसनेर
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