संगीत के दीवानों की बात ही कुछ और
संगीत के दीवानों की बात ही कुछ और होती है। ऐसी ही एक दीवानगी उज्जैन की एक शख्सियत में किशोर कुमार को लेकर है, जो उनको भगवान मानते हैं। बसंत विहार बी-28/६० निवासी सुनीलकुमार बामनिया किशोर दा के सबसे बड़े भक्त हैं, उन्होंने अपने घर पर ही उनका मंदिर बनाया है। यहां रोज आरती-अर्चन होता है। पुण्य तिथि और जयंती पर दूध-जलेबी का भोग लगता है। इतना ही नहीं इस शख्स ने किशोर दा के प्रशंसकों के लिए नि:शुल्क ठहरने की भी योजना बनाई है। सुनील बामनिया को मुंबई में किशोर दा की पत्नी लीना चंद्रावरकर ने सम्मानित भी किया है।
हर साल सजती है संगीत की महफिल
किशोर दा फैन्स समिति के अध्यक्ष पं. हेमंत व्यास ने बताया कि हर साल किशोर दा के जन्म दिन पर गीत-संगीत का कार्यक्रम किया जाता है। इसमें पहली बार नए गायक को मंच साझा करने का अवसर दिया जाता है, वहीं मुंबई से श्रेष्ठ गायक को बुलाकर संगीत की महफिल सजाई जाती है। इसी प्रकार स्वरांगन दिगंबर जैन सोशल ग्रुप क्रिएटिव द्वारा महान पाश्र्व गायक किशोर कुमार की पुण्य स्मृति अवसर पर हर साल गीतों भरा कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इस वर्ष भी निर्देशक शिव हरदेनिया एवं समन्वयक विशाल बागडिय़ा द्वारा १० अक्टूबर को ये शाम मस्तानी का आयोजन किया गया। इस मौके पर युवा संगीतज्ञ ब्रजेश अंजान को किशोर स्मृति कला सम्मान से नवाजा गया।