इधर कोर्ट परिसर में हुए हमले से पुलिस सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। दोनों बदमाश महाकाल थाना क्षेत्र के कुख्यात बदमाश है, जिसमें से एक बदमाश जिलाबदर है तो दूसरा आरोपी पिछले डेढ़ माह से ३०७ के प्रकरण में फरार चल रहा है।
इधर माधवनगर थाना प्रभारी गगन बादल ने बताया कि अगर युवक को गंभीर घाव लगे हैं तो जांच कर बदमाशों पर ३०७ में कायमी की जाएगी। उन्होंने बताया कि कोर्ट परिसर में सुरक्षा की जिम्मेदारी कोर्ट मुंशी और वहां मौजूद एक चार के गार्ड की होती है। जानकारी के अनुसार जितेन्द्र पिता पीरुलाल गेहलोत (२२) निवासी नृसिंह घाट कॉलोनी गुरुवार दोपहर किसी मामले में तारीख होने पर कोर्ट में गवाही देने गया था तभी वहां पहले से मौजूद गगन माली व विनोद माली निवासी जयसिंहपुरा ने जितेन्द्र पर चाकू से हमला कर दिया। हमले में जितेन्द्र को गर्दन पर चाकू का गंभीर घाव लगा है, जिसे १०८ एंबुलेंस की मदद से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
गगन माली पर जिला बदर की कार्रवाई है और विनोद माली थाना क्षेत्र से ३०७ का फरार आरोपी है। दोनों बदमाशों की धरपकड़ के लिए टीम लगी है। जल्द ही पकड़ लेंगे।
जीएस परमार, टीआई, महाकाल
क्या पुलिस डरती है या साठगांठ है?
कोर्ट परिसर भी सुरक्षित नहीं कहा जा सकता। यहां भी बदमाशों के बीच अक्सर विवाद और चाकूबाजी की घटनाएं सामने आती रहती हैं। कोर्ट परिसर में गुरुवार दोपहर हुए हमले ने एक बार फिर कोर्ट परिसर में पुलिस सुरक्षा की कलाई खुल गई।
माधवनगर थाना प्रभारी गगन बादल के अनुसार कोर्ट परिसर में सुरक्षा की जिम्मेदारी वहां मौजूद कोर्ट मुंशी और एक चार के गार्ड की होती है। जबकि कोर्ट परिसर माधवनगर थाना क्षेत्र के अतंर्गत आता है। वहीं जिन आरोपियों ने खुले आम कोर्ट परिसर में चाकू से युवक पर हमला किया वे दोनों ही महाकाल थाना क्षेत्र के कुख्यात बदमाश हैं। जिन्हें पुलिस तलाश कर रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर पुलिस प्रशासन की आंखों में धूल झोंकते हुए यह फरार आरोपी न्यायालय परिसर में कैसे पहुुंच गए?