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जानिए महाकाल की नगरी में इस बार क्यों और भी खास होगी महाशिवरात्रि

locationउज्जैनPublished: Dec 16, 2021 11:05:05 pm

Submitted by:

sachin trivedi

61 दिन बाद रूद्र सागर में सीवरेज की एक बूंद भी नहीं मिलने के निर्देश, इसी अवधि में मृदा का पहला फेज भी पूरा करने का लक्ष्य

Know why Mahashivratri will be special this time in city of Mahakal

61 दिन बाद रूद्र सागर में सीवरेज की एक बूंद भी नहीं मिलने के निर्देश, इसी अवधि में मृदा का पहला फेज भी पूरा करने का लक्ष्य

उज्जैन. महाकाल क्षेत्र के विकास और पर्यटन के लिए आने वाले ६१ दिन महत्वपूर्ण हैं। मृदा फेज-१ में चल रहे कार्यों को पूरा करने के लिए १५ फरवरी २०२२ तक की डेड लाइन तय की है। इस दौरान महाकाल कॉरिडोर, फेसिलिटी सेंटर आदि निर्माण पूरे करने होंगे वहीं रूद्र सागर में सीवरेज का गंदा पानी मिलने को सौ फीसदी रोकना होगा। एेसा होता है तो इस बार की शिवरात्रि में श्रद्धालुओं को नई प्रवेश व्यवस्था के साथ ही महाकाल मंदिर क्षेत्र का नया व भव्य रूप देखने को मिलेगा।

महाकाल महाराज मन्दिर परिसर विस्तार योजना की समीक्षा बैठक गुरुवार को कलेक्टर आशीषसिंह की अध्यक्षता में हुई। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि रूद्र सागर में बन रहे कॉरिडोर, मन्दिर के नजदीक बन रहे फेसिलिटी सेन्टर व परिक्षेत्र के सौन्द्रर्यीकरण के सभी कार्य 15 फरवरी के पूर्व पूरे कर लिए जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि १५ फरवरी के रूद्र सागर में सीवरेज के पानी की एक बुंद भी नहीं मिलना चाहिए। बता दें कि कुछ सप्ताह पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने मृदा प्रोजेक्ट के कार्यों का निरीक्षण कर इसे आगामी शिवरात्रि से पहले पूर्ण करने के निर्देश दिए थे। इसी के चलते किसी भी हालत में १५ फरवरी से पूर्व कार्य पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं। समीक्षा बैठक में नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता, यूडीए सीइओ एसएस रावत, एसडीएम संजीव साहू, महाकालेश्वर मन्दिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़, धर्मेन्द्र वर्मा मौजूद थे।

हरिफाटक चौड़ीकरण की डिजाइन तैयार

मृदा प्रोजेक्ट अंतर्गत हरिफाटक ब्रिज की चारों शाखाओं को चौड़ा करने का भी प्रस्ताव है। इसके लिए रेलवे प्रशासन की भी सहमति व मदद लगेगी। कलेक्टर ने बताया, शाखाओं को चौड़ा करने व अण्डरपास के लिए रेलवे को वांछित ड्राइंग उपलब्ध करा दी गई है। इस कार्य को गति देने के लिए डीआरएम से चर्चा व सम्पर्क किया जाए।

निगम साफ करेगा रूद्र सागर

नगर निगम को रूद्र सागर की जलकुंभी हटाने की जिम्मेदारी दी गई है। कलेक्टर ने कहा कि यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि रूद्र सागर में साफ पानी भरने से पहले इसमें सीवरेज का एक बूंद भी न मिले।

बैठक में यह भी
-15 फरवरी के पूर्व मृदा योजना के फस्र्ट फेज के सभी कार्य पूरे किए जायें।
– रूद्र सागर में स्वच्छ जल भरने में कितना समय लगेगा, स्मार्ट सिटी इसका आंकलन करे।
– रूद्र सागर के प्रवेश द्वार से लेकर कॉरिडोर होकर फेसिलिटी सेन्टर तक पहुंचने के बीच श्रद्धालुओं के लिए टॉयलेट, पीने के पानी की व्यवस्था व सीटिंग अरेंजमेंट के लिए व्यवस्थित आकलन का कार्य मन्दिर प्रशासक व उनकी टीम कर, रिपोर्ट प्रस्तुत करे।
– श्री महाकाल मन्दिर परिसर विस्तार परियोजना के विभिन्न घटकों के नामकरण के लिए विद्वतजनों से सम्पर्क करें। महाकाल वन प्रोजेक्ट के अनुकूल सभी स्थानों का नामकरण कर व्यवस्थित साईनेज लगाएं।
– दो हजार की क्षमता के नए प्रवचन हॉल का प्राक्कलन तैयार कर प्रस्तुत करें। इससे दानदाताओं से दान प्राप्त करके प्रवचन हॉल का निर्माण कराया जा सके।
– लाईट एण्ड साउण्ड कार्यक्रम व शिखर दर्शन प्रोजेक्ट के टेण्डर शीघ्र जारी करें।

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