सिंहस्थ के दौरान निर्मित हुई क्षीरसागर टंकी शनिवार रात अचानक लीक हो गई। टंकी से पानी बहने लगा, मानों झरना बह निकला हो। इससे क्षीरसागर, त्रिमूर्ति और निजातपुरा क्षेत्र प्रभावित हुआ। मुख्य सड़क पर तालाब जैसा पानी भर गया। वाहनों के पहिए डूब गए और पूरा क्षेत्र जलमग्न दिखने लगा। परेशानी देख लोग विभाग में फोन घनघनाने लगे। हालांकि अचानक लीकेज को बंद करने की स्थिति भी नजर नहीं आई। इस टंकी के ओवरफ्लो होने की शिकायतें कई बार होती हैं। लेकिन जिम्मेदार ध्यान नहीं देते हैं। महज 6-7 साल में टंकी का लीकेज होना उसके निर्माण और सामग्री पर सवाल खड़े करता है। हालांकि जब तक पूरा पानी बहा, जिम्मेदारों ने इसकी सुध नहीं ली थी। स्मार्ट सिटी में २४ घंटे जलप्रदाय के दावों के बीच टंकी का लीकेज होना बड़ा ही परेशानी भरा रहा। इस टंकी से हजारों लोगों को पानी का सप्लाय होता है। सैकड़ों परिवारों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। गत वर्षों में टंकी से मटमैले पानी की सप्लाय, ओवरफ्लो की शिकायत होती रही है। रहवासी टंकी की लाइन में भी लीकेज की शिकायत कर चुके हैं। अब टंकी ही लीकेज हो गई, लेकिन पीएचई वाले ध्यान नहीं देते हैं। इससे क्षेत्र की जनता परेशान रहती है।
