तालाब की पाल से रिसाव होने से मची खलबली, प्रशासन अलर्ट
करीब 4 घंटे तक रोका आवागमन
approval-of-four-tap-water-schemes-of-13-crore-in-the-district
आगर-मालवा. भारी बारिश से मोतीसागर तालाब पूरी तरह लबालब हो चुका है। तालाब का नाका करीब 1 फीट ऊपर बहता हुआ शनिवार को दिखाई दिया। केवड़ा स्वामी मंदिर के पास तालाब की पाल से पानी का रिसाव होने से खलबली मच गई। आनन-फानन में प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और रिसाव स्थल पर मुरम डलवाने का कार्य आरंभ कराया गया। इस दौरान एहतियातन आगर-भ्याना मार्ग पर आवागमन रोक दिया गया। दोपहर के समय जैसे ही बारिश थमी तो शहरवासियों की भीड़ तालाब पर उमड़ पड़ी। व्यवस्था संभालने के लिए पुलिस को तैनात होना पड़ा। कोतवाली थाना प्रभारी अजीत तिवारी सहित अन्य अधिकारी व्यवस्थाएं संभालते हुए दिखाई दिए।
मोतीसागर तालाब करीब 1 माह पूर्व से ही लबालब दिखाई दे रहा था और हल्का-हल्का पानी नाके से बह रहा था, लेकिन पिछले 36 घंटों के दौरान हुई भारी बारिश से तालाब के पानी ने सभी किनारे छोड़ दिए और चारों ओर से तालाब का पानी छलकने लगा। चिंताहरण गणेश मंदिर, अचलेश्वर महादेव मंदिर, नगर पालिका का वॉटर वक्र्स जलमग्न हो गए। तालाब की पाल पर केवड़ा स्वामी मंदिर के पास महुड़ी घाट की तरफ पानी का रिसाव होने लगा, जिससे प्रशासन की चिंता बढ़ गई। सूचना मिलने पर एसडीएम महेन्द्र कवचे, तहसीलदार आशीष अग्रवाल, नपा सीएमओ सीएस जाट, नपाध्यक्ष प्रतिनिधि पिन्टू जायसवाल, कोतवाली थाना प्रभारी अजीत तिवारी सहित अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे और जिस स्थल से रिसाव हो रहा था, वहां मुरम डलवाने का कार्य आरंभ कराया गया। इस दौरान करीब 4 घंटे तक आगर-भ्याना मार्ग पर आवागमन को भी रोका गया। एसडीएम महेन्द्र कवचे ने बताया कि भारी बारिश से तालाब लबालब हो चुका है। बतौर सावधानी प्रशासनिक अधिकारियों ने निरीक्षण किया है। कुछ लोग यहां असावधानी बरत रहे थे और तालाब में नहा रहे थे जिन्हे घर भेजा गया है। साथ ही बच्चो के साथ आने वाले लोगो को भी सावधानी रखने की हिदायत दी गईहै।
मूसलाधार बारिश से आई आफत, ग्रामीण क्षेत्रों का शहर से टूटा संपर्क, नदी-नाले उफान पर
आगर-मालवा. मूसलधार बारिश से जन जीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है। लोगों के लिए अब बारिश आफत की बारिश साबित हो रही है। चहुंओर तबाही का मंजर दिखाई दे रहा है। जिले में पिछले 24 घंटों में हुई भारी वर्षा से सभी नदी-नाले उफान पर रहने से गांवों का सम्पर्क शहर से टूट गया। जिले के सोयत में बाढ़ के हालात निर्मित हो गए। नलखेड़ा का सम्पर्क जिला मुख्यालय से टूट गया। ढाबला खाल एवं तनोडिय़ा नाला तथा पाट स्थित कालीसिंध नदी के उफान पर रहने की वजह से इंदौर-कोटा हाइवे करीब 18 घंटे तक बंद रहा। भारी बारिश के चलते शनिवार को स्कूलो की छुट्टी रही। आगर शहर की जीवन रेखा माने जाने वाले मोतीसागर तालाब में पानी का रिसाव होने से प्रशासन में खलबली मच गई। आनन-फानन में तालाब की पाल पर मुरम डालकर रिसाव को रोकने का प्रयास किया गया। आगर शहरी क्षेत्र मे भी भारी बारिश का असर दिखाई दिया। वर्षों के बाद निचले क्षेत्र मे सडक़ें पानी से लबालब रहीं।
पिछले 36 घंटों से लगातार हो रही बारिश अब लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन चुकी है। जिले के लगभग 60 प्रतिशत गांवों का संपर्क मुख्यालय से शनिवार को टूट गया। नदी, नाले जहां एक ओर उफान पर है, वहीं लगभग सभी छोटे-मोटे तालाब व जिले की बड़ी जल परियोजनाएं कीटखेड़ी, कछाल एवं टिल्लर डेम ओव्हरफ्लो हो चुके हैं। टिल्लर डैम के वेस्टवेयर में करीब 4 फीट से अधिक पानी बहता हुआ दिखाई दिया। पानी न गिरे तो मुसीबत और ज्यादा गिरे तो भी मुसीबत यह बात शनिवार को दिखाई दी। पहले बारिश की लंबी खेंच किसान चिंतित थे तो अब अतिवर्षा ने किसानों को बर्बादी के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया है। पिछले 36 घंटों के दौरान हुई भारी बारिश से हर तरफ तबाही का मंजर दिखाई दे रहा है। छोटे-मोटे नाले भी नदियों की भांति उफनते नजर आए। पानी का यह विकराल रूप कई लोगों को बर्बाद कर गया।
Home / Ujjain / तालाब की पाल से रिसाव होने से मची खलबली, प्रशासन अलर्ट