scriptरेस्क्यू दल के सामने से गुजरा तेंदुआ | Leopard passed in front of rescue team | Patrika News

रेस्क्यू दल के सामने से गुजरा तेंदुआ

locationउज्जैनPublished: Jan 13, 2022 12:16:45 am

Submitted by:

rajesh jarwal

ग्राम देवला बिहार में जंगली जानवर की स्थिति हुई स्पष्ट, ग्रामीणों की बात सही साबित हुई
कभी तेंदुआ हिरण को शिकार कर रहा था तो कभी किसी अन्य जानवर को निशाना बना रहा था

रेस्क्यू दल के सामने से गुजरा तेंदुआ

कभी तेंदुआ हिरण को शिकार कर रहा था तो कभी किसी अन्य जानवर को निशाना बना रहा था।

शाजापुर. विगत तीन दिन से क्षेत्र में जंगली जानवर की मुवमेंट बनी हुई है। वन विभाग इसे लक्कड़बग्घा मान रहा था, लेकन अपनी आंखों से जानवर को देख चुके ग्रामीण इसे तेंदुआ बता रहे थे। जिसे वन विभाग मानने को तैयार नहीं था, लेकिन बुधवार को वन विभाग के रेस्क्यू दल के भ्रमण के दौरान ग्राम देवलाबिहार में रेस्क्यू दल के पास से ही तेंदुआ गुजर गया। इसके बाद वन विभाग ने तेंदुआ होने की बात को स्वीकार किया है। इस मामले में ग्रामीणों की बात सच साबित हुई। वहीं पत्रिका द्वारा भी उक्त जंगली जानवर के तेंदुआ होने की बात लिखी थी जो शत प्रतिशत सही रही।
गौरतलब है कि रविवार की रात से ही इस क्षेत्र में तेंदुए के होने के लगातार प्रमाण मिल रहे थे। कभी तेंदुआ हिरण को शिकार कर रहा था तो कभी किसी अन्य जानवर को निशाना बना रहा था। इसकी सूचना गांव वालों ने वन विभाग को भी दी थी, लेकिन वन विभाग ने जो पगमार्क लिए थे उसे लक्कड़बग्घे होने की आशंका जताई जा रही थी। जबकि गांव वालों का दावा था कि उन्होंने अपने खेत मे तेंदुए को देखा है। जब ग्रामीणों ने अमले के सामने पूरी तरह दावा किया कि गांव में तेंदुआ है और वरिष्ठ अधिकारियों को भी इसके बारे में सूचना देकर सहायता की मांग की तो अधिकारियों ने रेस्क्यू दल को निर्देशित किया कि वे संबंधित गांवों के अलावा आसपास भी सर्चिंग करेे। इस पर बुधवार को डिप्टी रेंजर नवनीत चौहान सहित वन विभाग के अधिकारियों ने आसपास के गांव में भी सर्चिंग की। शाम को जब विभागीय अधिकारी गांव देवला बिहार पहुंचे तब उनकी भी गलत फहमी दूर हुई और डिप्टी रेंजर नवनीत चौहान और उनके साथ अमले ने अपने पास से तेंदुए को गुजरते हुए देखा। इसके बाद इस संबंध में अधिकारियों को सूचना दी। जिसके बाद से तेंदुए को सुरक्षित पकडक़र ग्रामीणों को राहत दिलाने का काम शुरू किया गया। समाचार लिखे जाने तक अधिकारियों का दल गांव में भ्रमण कर रहा था।
वन विभाग ने डाला गांव में डेरा
वन विभाग ने तेंदुए की पुष्टि होने के बाद अब गांव में डेरा डाल दिया है। विभाग द्वारा तेंदुए को पकडऩे के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। गांव वालों को विभागीय अधिकारियों ने हिदायत दी है कि वे भीड़ न लगाएं ओर अपने घरों में रहें। फिलहाल खेतों पर न जाएं और सभी को इसकी सूचना दें ताकि वह किसी को कोई नुकसान न पहुंचा सके।
फिर जंगली जानवर ने दी दस्तक
वर्ष 2016-17 में भी एक शेर ने जिले में दस्तक दी थी और कई जानवरों को अपना शिकार बनाया था। जिसका सफल रेस्क्यू कर उसे जंगल में सुरक्षित छोड़ा गया था। इसके पूर्व पिपलिया इंदौर में भी एक तेंदुए ने गांव में दहशत का माहौल बना दिया था जिसे भी वन विभाग ने पकडक़र बाहर कर दिया था। अब फिर से एक तेंदुए ने वन विभाग के लिए चुनौती खड़ी की है। जिसे पकडऩे के लिए वन अमला गांव पहुंच चुका हैं।
पत्रिका की खबर पर लगी मुहर
एक ओर वन विभाग यह मानने के लिए तैयार नहीं था कि गांव में तेंदुए की मूवमेंट हो रही है। ऐसे में पत्रिका द्वारा ग्राम निपानिया धाकड़ में ग्रामीणों से चर्चा की तो पता लगा कि ग्रामीणों ने सचमुच तेंदुए को देखा है। ऐसे में पत्रिका द्वारा 12 जनवरी को ‘ग्रामीणों ने देखा तेंदुआ, बैठक कर बनाई रणनीति, दोबारा नहीं पहुंचे वन विभागकर्मी’ शीर्षक से समाचार मुख्य रूप से प्रकाशित किया था। समाचार प्रकाशन के बाद बुधवार को वन विभाग का अमला संबंधित गांव और आसपास के गांव में सर्चिंग कर रहा था। इसी दौरान ग्राम देवला बिहार में तेंदुआ उक्त वाहन को क्रॉस करके निकल गया।
ग्राम देवला बिहार मेे तेंदुआ देखा गया है। जिसकी सूचना हमने रेस्क्यू दल को दे दी है। गांव वालों को भी सूचित किया गया है कि वे भीड़ न लगाएं और सावधानी बरतें। वह नदी किनारे झाडिय़ों में देखा गया है। हमारी टीम मौके पर पहुंचकर अपनी कार्रवाई कर रही है।
– जीएस भार्गव, डीएफओ, वन विभाग-शाजापुर
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो