साइबर सेल का रिश्वतखोर आरक्षक
उज्जैन के शास्त्री नगर में रहने वाले होस्टल संचालक देवेश अष्ठाना ने बताया कि वो एक बार चिमनगंज इलाके में जुआ खेलते हुए पकड़ाए थे। तब साइबर सेल में पदस्थ प्रधान आरक्षक प्रवीण सिंह चौहान ने जुए की कार्रवाई न करते हुए उसे छोड़ दिया था।इसके बाद कई बार आरक्षक उनसे पैसे ले चुका था। बीते दिनों आरक्षक ने उन्हें धमकी दी कि अगर 50 हजार रुपए नहीं दिए तो जुए के झूठे केस में फंसा दूंगा, जिसके बाद सौदा 10 हजार रुपए में तय हुआ। इसी बीच फरियादी देवेश अष्ठाना ने लोकायुक्त एसपी से मामले की शिकायत की जिसके आधार पर लोकायुक्त ने जाल बिछाया और रविवार को जब आरक्षक प्रवीण पैसे लेने के लिए फरियादी के घर पहुंचा तो चैतन्य हनुमान मंदिर के पास लोकायुक्त की टीम ने उसे रिश्वत के रुपयों के साथ रंगेहाथों धरदबोचा।
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आरक्षक को किया गया सस्पेंड
रिश्वत के रुपए लेते हुए पकड़े जाने के बाद लोकायुक्त की टीम आरक्षक को मंदिर परिसर में ले गई और वहीं पर पूरी कागजी कार्रवाई की गई। वहीं दूसरी तरफ आरक्षक के रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार होने की जानकारी लगते ही एसएसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने आरक्षक प्रवीण चौहान को सस्पेंड कर दिया है। बताया गया है कि साईबर सेल पर कई बार रिश्वत लेकर कार्रवाई करने के आरोप लगते रहे हैं लेकिन ये पहली बार जब साइबर सेल का कोई पुलिसकर्मी रिश्वत लेते पकड़ा गया है।