पूजन-अर्चन पुजारी घनश्याम शर्मा ने कराया। इस अवसर पर विधायक रामलाल मालवीय, दिलीप गुर्जर, महेश परमार, मुरली मोरवाल, पूर्व विधायक राजेन्द्र भारती, पूर्व मंत्री बाबूलाल मालवीय, जिला पंचायत अध्यक्ष करण कुमारिया, मनोज राजानी, कमल पटेल, अशोक भाटी, राजेन्द्र वशिष्ठ, विवेक गुप्ता, रवि भदोरिया, रवि शुक्ला, संभागायुक्त अजीत कुमार, आईजी राकेश गुप्ता, डीआईजी अनिल शर्मा, कलेक्टर शशांक मिश्र एवं एसपी सचिन अतुलकर मौजूद थे।
महाकाल की नगरी को विकास आकांक्षा थी
मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि भगवान महाकाल की नगरी का समग्र विकास करना उनकी बहुत पुरानी आकांक्षा थी। राज्य सरकार ने महाकाल के संपूर्ण परिसर के विकास और श्रद्धालुओं की सुविधा की दृष्टि से अन्य व्यवस्थाओं के लिए 300 करोड़ रुपए की योजना बनाई है। मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश की पहचान भगवनान महाकाल की नगरी उज्जैन से है। यह एक महान और दिव्य स्थान है। यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए उनके लिए आकर्षक सुविधाएं जुटाई जाएं, ताकि वे यहां पर रुकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के क्रियान्वयन के लिए समयबद्ध कार्यक्रम बनाया जाएगा और इसका क्रियान्वयन समय पर हो यह सुनिश्चित किया जाएगा।
तीर्थ यात्रियों की बढ़ती संख्या को देख बनाई योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना में महाकाल के दर्शन के लिए आने वाले तीर्थ यात्रियों की बढ़ती हुई संख्या का भी विशेष ध्यान रखा गया है। इसके आधार पर ही महाकाल मंदिर परिसर का विकास और विस्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस योजना के पूरे होने से उज्जैन के रहवासियों को भी लाभ होगा यहां की आर्थिक गतिविधियां बढेंग़ी और लोगों को रोजगार मिलेगा।