साल के अंतिम और शुरुआती दिनों में रहती है भीड़
जानकारी के मुताबिक वर्ष 2022 को विदाई देने और नए साल 2023 का स्वागत करने हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ यहां पहुंचेगी। इनमें न केवल घरेलू बल्कि विदेशी श्रद्धालु भी शामिल हैं। आपको बता दें कि साल के आखिरी दिन से लेकर नए साल की शुरुआत के कुछ दिन तक यहां हर साल श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है।
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इस बार महाकाल लोक भी होगा आकर्षण का केंद्र
हर साल लोग भले ही यहां नए साल पर भगवान का आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं, लेकिन इस बार महाकोल लोक को निहारने की जिज्ञासा भी टूरिस्ट को यहां खींच लाएगी। ऐसे में इस बार श्रद्धालुओं की संख्या बढऩा लाजिमी है। इसलिए भीड़ पर नियंत्रण रखते हुए श्रद्धालुओं को यहां महाकाल के दर्शन सुखपूर्वक हो जाएं, वे यहां से संतुष्ट होकर गुजरें इसी सोच के साथ यह प्लान तैयार किया जा रहा है।
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प्रसाद की नहीं रहेगी किल्लत
महाकाल दर्शन करने आने वाले दर्शनार्थी भगवान महाकाल को लड्डू का प्रसाद भोग लगाते हैं। बीते कुछ दिनों से मंदिर में लड्डू के प्रसाद को लेकर किल्लत बनी हुई है। आगामी दिनों में प्रसाद की आपूर्ति सुगम बनी रहे, इसके लिए तैयारी की जा रही है।
इन बातों पर मंथन
मंदिर प्रशासन इन दिनों आम दर्शनार्थियों को प्रतिदिन दोपहर एक से शाम चार बजे तक तीन घंटे गर्भगृह से भगवान महाकाल के दर्शन करा रहा है। मंदिर प्रशासन भीड़ वाले दिनों में गर्भगृह में प्रवेश को जारी रखने की स्थिति को ध्यान में रखते हुए दर्शन प्लान तैयार करेगा। देश विदेश से आने वाले भक्तों की मंशा भगवान महाकाल की भस्म आरती के दर्शन करने की ही रहती है। इसके लिए भी संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। भस्म आरती के लिए लागू कोटा सिस्टम की पड़ताल की जाएगी। इसमें से सामान्य दर्शनार्थियों को अधिक सीट उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है।