महाकाल की शाही सवारी के लिए पुलिस प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी। अनुमान है कि इस बार शाही सवारी में 4 लाख श्रद्धालु पहुंच सकते हैं। शाही सवारी का मार्ग इस बार 7 किलो मीटर का रहेगा। जिसमें पुलिस ने भीड़ प्रबंधन के लिए 19 प्रेशर पाइंट चिन्हित किए हैं। यहां विशेष नजर रख भीड़ बढऩे पर श्रद्धालुओं की संख्या कम कराई जाएगी। इसके अलावा शहर में 2000 पुलिस कर्मियों का फोर्स रहेगा, इनमें 700 से ज्यादा अन्य जिलों से भेजा अतिरिक्त फोर्स रहेगा। सभी की मॉनिटरिंग एसएसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल सहित 5 एएसपी और 15 डीएसपी करेंगे। गुरुवार को एसएसपी ने भजन मण्डलियों के साथ भी बैठक ले उनकी प्रत्येक मण्डली से 5-5 वॉलिटिंयर्स शामिल करने को कहा है जो सवारी में सुरक्षा व्यवस्था भी देखेंगे। एसएसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने बताया कि नागपंचमी पर शहर में 5 लाख श्रद्धालुओं को दर्शन कराए गए थे, अनुमान है कि शाही सवारी के लिए 4 लाख श्रद्धालु पहुंचेंगे। इनकी व्यवस्था के लिए 2000 पुलिस कर्मियों का फोर्स लगाया है। इसके अलावा पालकी पर नारियल चढ़ाने, पैसे फेंकने पर प्रतिबंध रहेगा। पालकी को रात 10 बजे मंदिर में प्रवेश कराने का बड़ा लक्ष्य है। भीड़ प्रबंधन के लिए पालकी मार्ग पर 19 से ज्यादा प्रेशर पांइट चिन्हित किए हैं जहां भीड़ बढ़ सकती है। ऐसे स्थानों पर अतिरिक्त फोर्स विशेष नजर रखेगी और भीड़ बढऩे पर श्रद्धालु संख्या कम करवाई जाएगी।
शाही सवारी में रहेंगे इमरजेंसी एग्जिट गेट
बाबा महाकाल की शाही सवारी को लेकर प्रशासन सुरक्षा इंतजामों की पुख्ता तैयारी कर रहा है। सवारी में मार्ग में पहली बार इमरजेंसी एक्जिट गेट बनाए जा रहे हैं, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति के दौरान लोगों का निकाला जा सके। वहीं सवारी के साथ व अन्य स्थानों पर एंबुलेंस भी तैनात की जाएगी। इसके अलावा महिला शौचालय, प्रेशर पाइंट वाले क्षेत्रों बैरिकेडिंग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। एडीएम संतोष टैगोर ने बताया कि शाही सवारी में पूर्व की भांति सारी व्यवस्थाओं के साथ सुरक्षा पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अफसरों ने प्लान तैयार किया है। रात 10 बजे तक सवारी फिर मंदिर में पहुंचाने के लिए पालकी को कहीं भी रोका नहीं जाएगा। इसलिए आगे चल रही भजन मंडलियों को कहीं भी रुकने नहीं देंगे। भीड़ प्रबंधन के लिए पुलिस ने 19 प्रेशर पाइंट बनाए हैं।
इतना फोर्स रहेगा तैनात-5 एएसपी, 15 डीएसपी, 50 सब इंस्पेक्टर, 7 विशेष सशस्त्र बल कंपनी, 93 प्रशिुक्षित आरक्षक, 283 पीटीसी इन्दौर, 80 ट्रैफिक, 184 विभिन्न जिलों से जिला बल, 300 चौकीदार, 50 एनसीसी और 300 भजन मण्डलियों के वॉलिंटर सहित 2000 पुलिस कर्मी व्यवस्था संभालेंगे।
डीजे और 18 साल पुराना वाहन नहीं रहेगा शामिल
एसएसपी ने गुरुवार को भजन मण्डलियों के साथ बैठक कर डीजे के अलावा 18 साल पुराने वाहन को सवारी में प्रतिबंधित किया है। भजन मण्डलियों को पांच पांच वालिटिंयर्स उपलब्ध करवाना होंगे जो सवारी में पुलिस के साथ सुरक्षा व्यवस्था भी देखेंगे।