उज्जैन. महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धा स्वरूप सोने की चेन में जडि़त रुद्राक्ष को रखकर पूजन करने वाला एक श्रद्धालु सोने की चेन जलाधारी में भूल गया। उसे देखकर गर्भगृह में मौजूद एक पंडित की नीयत खराब हो गई। वह चेन उठाकर चल दिया। पुलिस हस्तक्षेप के बाद श्रद्धालु सोने की चेन वापस मिली। इंदौर निवासी राजेश जोशी अक्सर महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन पूजन करने के लिए आते हैं इस दौरान सोने की चेन में लगे रुद्राक्ष को शिवलिंग की जलाधारी में श्रद्धा स्वरूप रखकर पूजन करते हैं। मंगलवार को जोशी अपने एक मित्र जसराम मेहता के साथ महाकाल मंदिर आए थे। सोने की चेन में लगा रुद्राक्ष जलाधारी में रखकर पूजन अर्चन के बाद सोने की चेन वहीं भूल गए मंदिर के बाहर आने पर उन्हें याद आया कि सोने की चेन जलाधारी में रह गई है। जोशी वापस लौटे तो रुद्राक्ष वाली सोने की चेन नहीं मिली। इस पर उन्होंने महाकाल पुलिस चौकी को इसकी जानकारी दी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पता चला कि जलाधारी में रुद्राक्ष वाली सोने की चेन मंदिर के गर्भगृह में मौजूद एक पंडित ले गए हैं। फुटेज के आधार पर पंडित को बुलाकर पुछताछ की गई। पहले पंडित ने ऐसा कुछ होने से इनकार किया, लेकिन जब सीसीटीवी फुटेज बताया तो पंडित ने यह कहते हुए चेन लौटा दी कि फूल और जलाधारी का जल ले जाते समय सोने की चेन भी उसके साथ चली गई थी। नहीं की शिकायत महाकाल मंदिर पुलिस चौकी प्रभारी आशा सोलंकी ने बताया श्रद्धालु ने सोने की चेन मिलने व पंडित द्वारा इसके लिए माफी मांगी जाने पर कोई शिकायत नहीं की। पुलिस ने चेतावनी देकर पंडित को रवाना कर दिया। श्रद्धालुओं को अटैक आया गुजरात से अपने परिजन और मित्रों के साथ दर्शन महाकाल दर्शन के लिए आए एक श्रद्धालु को मंडी परिसर में अटैक आ गया उसे मंदिर की एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया। मंदिर से मिली जानकारी के अनुसार अहमदाबाद निवासी राजू भाई कृष्णानी मंगलवार को महाकाल मंदिर आए थे सुबह 11.30 बजे वीआईपी द्वार के समीप गश खाकर गिर गए। उन्हें तत्काल वहीं ओटले पर लेटाकर प्राथमिक उपचार दिया गया। इसके बाद महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की एम्बुलेंस से अस्पताल भेजा गया। महिला गार्ड ने श्रद्धालुओं से अभद्रता की महाकाल मंदिर में तैनात निजी सुरक्षा एजेंसी की एक महिला गार्ड ने मंदिर के नंदी हॉल में श्रद्धालुओं से अभद्रता की। इंदौर के एक निजी अस्पताल की डॉ. शिवांगी मंगलवार को माता पिता और रिश्तेदारों के साथ दर्शन करने महाकालेश्वर मंदिर आई थी। वे मंदिर के नंदी हॉल बैरिकेड््स में पीछे रह गए माता पिता का इंतजार कर रही थी। वहां खड़े रहने पर मंदिर की निजी सुरक्षा एजेंसी की महिला गार्ड ने डॉक्टर और उनके अन्य परिजनों से अभद्रता की और धक्के मारे। शिकायत होने पर गार्ड ने माफी मांग ली। इस पर श्रद्धालुओं ने उसकी कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई।