महाकाल मंदिर के दो मंजिला नए सभामंडप निर्माण का २२ नंवबर को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने उद्घाटन किया था। इसके बाद से सभामंडप के निर्माण कार्य में कोई बड़ा परिर्वतन नहीं आया है। मंडप में ठेकेदार की आेर से अब तक सिर्फ लाइट की वायरिंग तो छत की सीलिंग हटाई है। वही पूर्व में मिट्टी परीक्षण के लिए खोद गए गड्ढे को अब थोड़ा विस्तार किया गया है। वहीं निर्माण के चलते मंदिरों के दर्शन बंद हो गए हैं। सभामंडप में ५२ शक्तिपीठों में से एक अवंति माता मंदिर ८४ महादेव में आने वाले चंद्रदीप्तेश्वर महादेव मंदिर सहित अन्नपूर्णा माता, वाच्छांदन गणेश, नृत्य गणेश व भगवान वीरभद्र का मंदिर हैं। जहां नियमित दर्शनार्थियों सहित आम दर्शनार्थी दर्शन करने पहुंचते थे, अवंति माता मंदिर के लिए तो दूर-दूर से दर्शनार्थी मंदिर तलाशते हुए आते हैं। निर्माण कार्य के चलते श्रद्धालु इनके दर्शन नहीं कर पा रहे हैं। पुजारी बता रहे हैं कि जिस तरह से काम चल रहा है उससे नो से १० महीने में इसका निर्माण नहीं हो पाएगा। इधर यूडीए उपयंत्री शैलेंद्रकुमार जैन का कहना है कि शुरुआती दौर में निर्माण कार्य शुरू करने को लेकर असमंजस की स्थिति थी कि आखिर कहां से काम शुरू करे। अब साइट क्लियर हो गई है और काम में तेजी दिखाई देगी।
पक्के एरन हटाने पर भी आपत्ति
सभा मंडप में चांदी द्वार के सामने लगे पक्के एरन हटाने पर पंडे-पुजारी आपत्ति जता रहे हैं। पुजारियों का कहना है कि कि पुराने समय में जो आधार बनाया गया था वह बहुत ही पक्का था। नए निर्माण में पुराने एरन को हटाने की कोई जरूरत नहीं है। इनके हटाने से फिर से भराव करना पड़ेगा। इससे निर्माण लागत में इजाफा होगा।
यह बोले पुजारी
मंदिर मेें नया सभामंडप बन रहा है खुशी की बात है परंतु बहुत धीमी गति से चल रहा है। इसे तेजी से करवाए जाने की जरूरत है।
लोकेन्द्र व्यास, पुजारी अवंतिमाता मंदिर
सभा मंडप के स्थान पर कईं महत्वपूर्ण व प्राचीन मूर्तियां हैं। भक्तों को उनके दर्शन नहीं हो रहे हैं। वहीं पुराने एरन को हटाने की जरूरत नहीं, इससे फालतू का खर्च बढ़ेगा।
गोलू गुरु , पुजारी अन्नपूर्णा माता मंदिर