मंदिर प्रशासन की मानें तो मंदिर को शीघ्र दर्शन टिकट से न्यूनतम आय हुई है। लड्डू प्रसाद विक्रय से 15 लाख से अधिक आय होना दर्शाया जा रहा है। मंदिर प्रबंधन ने भीड़ का आंकलन करते हुए करीब 100 क्विंटल लड्डू प्रसाद तैयार किया था। अलग-अलग स्टॉल से 1 मार्च को महाशविरात्रि पर्व के दौरान एक ही दिन में 15 लाख 85 हजार रुपए का प्रसाद विक्रय हुआ है। इसी प्रकार शीघ्र दर्शन टिकट काउंटर से करीब 2 लाख 750 रुपए की आय समिति को होने दर्शाई जा रही है। कुल आय 17 लाख 85 हजार 750 रुपए होना बताए जा रहे हैं।
शीघ्र टिकट कम बिके
मंदिर प्रशासन की अदूरदर्शिता के कारण शीघ्र दर्शन टिकट अधिक नहीं बिक सके। कारण यह रहा कि एक ही जगह सामान्य श्रद्धालु और वहीं से शीघ्र दर्शन टिकट वालों को प्रवेश देने की व्यवस्था की गई थी, इसके कारण २५० रुपए का टिकट कम ही लोगों ने खरीदा। जबकि शीघ्र दर्शन के लिए अलग से प्रवेश व्यवस्था होना चाहिए थी।
चाक चौबंद व्यवस्था
विशाल महाशिवरात्रि पर्व के सानंद सम्पन्न होने पर मंदिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने प्रशासन के सभी विभागों, अधिकारियों, कर्मचारी गण के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया. जंहा सभी विभागोँ नगरनिगम, पुलिस, स्मार्टसिटी, यू डी ए, स्वास्थ्य, पी एच ई आदि ने दिन रात एक कर व्यवस्थाएं की वंही मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष व जिला कलेक्टर ने पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र शुक्ल के साथ लगातार बैठकें व व्यक्तिगत रुप से छोटी से छोटी व्यवस्था के सुचारू संचालन हेतु निर्देश दिये व लगातार मॉनिटरिंग की. पुलिस कर्मियों के आत्मीय व्यवहार ने सभी दर्शनार्थियों का दिल जीत लिया.