सिंहस्थ के दौरान महाकाल मंदिर में आए करोड़ों रुपए के दान में से मंदिर के पंडे-पुजारियों को राशि देने को लेकर कलेक्टर ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। अब पंडे-पुजारियों को राशि देने से पहले उनसे शपथ-पत्र मांगा जाएगा।
उज्जैन. सिंहस्थ में आई भेंट राशि चाहिए तो दें शपथ पत्र, कलेक्टर ने महाकाल के पुजारी-पुरोहितों के लिए जारी किए निर्देश, पुजारियों ने 40 फीसदी राशि देने की थी मांग। सिंहस्थ के दौरान महाकाल मंदिर में आए करोड़ों रुपए के दान में से मंदिर के पंडे-पुजारियों को राशि देने को लेकर कलेक्टर ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
पंडे-पुजारियों से मांगा जाएगा शपथ-पत्र
अब पंडे-पुजारियों को राशि देने से पहले उनसे शपथ-पत्र मांगा जाएगा। दरअसल मंदिर एक्ट में पुजारियों को दानपेटी से राशि देने का प्रावधान नहीं है। वहीं यह मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन भी है। लिहाजा कोर्ट का फैसला आता है तो पुजारियों से वापस राशि ली जा सकेगी। महाकाल में सिंहस्थ में चढ़े दान में से पुजारी-पुरोहितों ने 40 फीसदी राशि देने की मांग की थी। सिंहस्थ 2004 में पुजारी-पुरोहितों को 35 फीसदी राशि दी गई थी। ऐसे में बड़ी हुई राशि देने को लेकर असंमजस था। मंदिर प्रशासक ने राशि को लेकर कलेक्टर कवींद्र कियावत के पास फाइल भेजी थी। इस पर अब कलेक्टर ने फाइल को लौटाते हुए कहा कि पुजारी-पुरोहितों को राशि देने से पहले शपथ-पत्र मांगा जाया। यह सहमति ली जाए कि कोई विवाद या कोर्ट का फैसला आता है तो राशि वापस की जाएगी। ऐसे में अब मंदिर के 16 पुजारी और 21 पुरोहितों से इस तरह के शपथ-पत्र मांगे जाएंगे।
फाइल गुमी नहीं थी
इधर, पुजारी-पुरोहित को भेंट राशि देने के लिए बनाई फाइल गायब होने की अफवाह पर कलेक्टर ने विराम लगाया है। उन्होंने कहा कि फाइल उनके पास थी। जिसे मंगलवार सुबह ही महाकाल मंदिर पहुंचाया है।