यात्रियों की भीड़ से मंदिर पटा हुआ था
सुबह 9 से 11 बजे के लगभग यात्रियों की भीड़ से मंदिर पटा हुआ था, ऐसे में उत्तर प्रदेश से आई कावड़ यात्रा में 200 से अधिक लोगों की भीड़ आई, तो थोड़ी अव्यवस्था हो गई। कावडिय़ों ने कहा कि जब तक गर्भगृह से दर्शन नहीं करेंगे, हम यहां से नहीं हटेंगे। चाहे तीन दिन यहीं बैठना पड़े। बाद में मंदिर समिति प्रशासक अवधेश शर्मा, एडीशनल एसपी नीरज पांडे, उप प्रशासक सोजानसिंह रावत आदि ने समझाया, लेकिन वे नहीं हटे। बाद में निजी सिक्युरिटी एजेंसी और पुलिस ने बल पूर्वक उन्हें वहां से हटाया।
नंदी हॉल के पीछे बैठ गए धरने पर
महाकाल मंदिर गर्भगृह के ठीक सामने नंदी हॉल के पीछे बने बैरिकेड्स में यूपी से आए कावडिय़ों ने धरना दे दिया। उनका कहना था कि जब तक आप हमें गर्भगृह से दर्शन नहीं कराएंगे, तब तक हम यहां से नहीं हटेंगे। मजबूर होकर पुलिस व प्रशासन को बल का प्रयोग करना पड़ा।
मंदिर प्रशासन की व्यवस्थाओं में और सुधार हो
दर्शन करने आए लोगों से जब मंदिर की व्यवस्थाओं के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा विश्व प्रसिद्ध भगवान महाकालेश्वर के दरबार में और अधिक सुविधाओं की दरकार है। सावन माह में लगातार बड़ी कावड़ यात्राएं आएंगी। इनके साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का हुजूम रहेगा। ऐसे में मंदिर और पुलिस प्रशासन को अलर्ट रहना होगा। मंदिर समिति ने भी प्रतिदिन उमडऩे वाली भीड़ को देखते हुए व्यवस्थाओं में अमूलचूल परिवर्तन किया है, बावजूद इसके हंगामे की स्थितियां अभी से निर्मित होने लगी हैं।