पिछले दिनों बृहस्पति भवन में कलेक्टर अशीष सिंह की अध्यक्षता में हुई प्रबंध समिति की बैठक में एक बिंदु यह भी रखा गया था कि महाकाल से ओंकारेश्वर तक दो बसों द्वारा यात्रियों को दर्शन कराए जाएंगे। इसके लिए प्रस्ताव रखा गया था, बाद में कलेक्टर ने इस पर अपनी राय देते हुए कहा था कि इसमें हमें उन लोगों को जोडऩा चाहिए, जो वीडियो कोच या चार्टर्ड बसों के संचालन से जुड़े हैं। इनके अलावा शहर के स्थानीय बस संचालकों से भी चर्चा की जा सकती है।
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अब नगर निगम निकालेगा टेंडर
प्राप्त जानकारी अनुसार बसों का संचालन करने के लिए शीघ्र ही नगर निगम की ओर से विज्ञप्ति जारी होगी, टेंडर प्रक्रिया के अनुसार ही बसों को दोनों तीर्थों के लिए चलाया जाएगा। इसके अलावा बसों की देखरेख व संचालन भी नगर निगम द्वारा ही होगा।
प्रतिदिन चलती है उज्जैन दर्शन बस
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की ओर से प्रतिदिन उज्जैन दर्शन बस चलाई जाती है। दिनभर में एक या दो फेरे लगाते हुए उज्जैन के प्रमुख मंदिरों में श्रद्धालुओं को केवल 100 रुपए टिकट पर भ्रमण कराया जाता है। बाहर से आने वाले दर्शनार्थियों को तो इस सेवा का लाभ मिलता ही है, स्थानीय रहवासी भी इसमें बैठकर दर्शन लाभ लेते हैं।
नो लॉस-नो प्राफिट पर चलेंगी दो बसें
प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि ये दोनों बसें नो प्राफिट-नो लॉस पर चलाई जाएंगी। इससे बाहर से आने वाले यात्रियों के साथ-साथ शहरवासियों को भी इस सुविधा का लाभ मिलेगा। साथ ही दोनों तीर्थों में यात्रियों का आवागमन होगा, जिससे यहां का राजस्व भी बढ़ेगा।