महाशिवरात्रि पर महाकालेश्वर का महाभिषेकः इस तरह करें बाबा के दर्शन
महाशिवरात्रि पर महाकालेश्वर का महाभिषेक

उज्जैनः महाकालेश्वर मंदिर में शिव नवरात्रि रविवार से प्रारंभ हो गई है। भगवान को हल्दी-चंदन का उबटन लगाया गया। गर्भगृह में 11 पंडितों ने महाअभिषेक किया। 4 मार्च यानि सोमवार को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाएगा। इसी दिन रात्रि को भगवान महाकाल का महाअभिषेक होगा। 5 मार्च को प्रात: 4 बजे से भगवान महाकाल का पुष्प मुकुट श्रृंगार किया जाएगा। दोपहर 12 बजे भस्मआरती होगी। ये भस्मारती साल में एक बार महाशिवरात्रि के मौके पर ही की जाती है। इसी प्रकार महाकालेश्वर मंदिर परिसर स्थित वृद्ध कालेश्वर (जूना महाकाल) मंदिर में भी आज से ही शिव नवरात्र उत्सव शुरु हो गया है। आज से रोजाना दोपहर 12 बजे से रूद्राभिषेक अपराह्न 3 बजे तक सतत होगा। बाबा को हल्दी, उबटन के साथ सुगंधित द्रव्यों से स्नान करा कर प्रतिदिन दुल्हा बनाया जाएगा। साथ ही, भजन कीर्तन भी होंगे। मंदिर के पुजारी पं. शुभम जोशी ने बताया कि महाशिवरात्रि 4 मार्च को त्रिकाल पूजा रात्रि के अंतिम प्रहर में होगी। इसका समापन अभिषेक के साथ होगा,साथ ही वृद्ध कालेश्वर को पुष्प मुकुट बांधा जाएगा।
शनिवार को भगवान महाकालेश्वर ने दिए उमा-महेश स्वरूप में दर्शन
इससे पहले शनिवार को शिव नवरात्रि के चलते भगवान महाकालेश्वर ने उमा-महेश स्वरूप में दर्शन दिए। उससे पहले सुबह चंद्रमौलेश्वर, रामेश्वर और कोटेश्वर महादेव की पूजा के बाद दोपहर में महाकाल का रुद्राभिषेक किया गया। दोपहर 3 बजे से बाबा को उमा-महेश स्वरूप में सजाया गया। इस स्वरुप के दर्शन कर श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए। रविवार को भगवान का शिव तांडव स्वरूप में शृंगार किया जा रहा है। रविवार को प्रदोष होने से दोपहर में महाकाल के रुद्राभिषेक के पहले कोटेश्वर महादेव का पूजन शुरु हो गया है। रुद्राभिषेक के बाद लगने वाला भोग शाम 6.30 बजे सांध्य आरती में लगेगा। बता दें कि, सुबह भगवान का व्रत रहेगा।

प्रभारी मंत्री ने बताई सुरक्षा व्यवस्था
प्रमुख त्योहारों पर महाकाल मंदिर में वीआईपी दर्शन व्यवस्था को लेकर प्रभारी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि सभी नेताओं और अधिकारियों को प्रशासनिक तौर पर जानकारी दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि, वीआईपी दर्शन का समय दोपहर 2 से 4 बजे तक निर्धारित है। इसमें दर्शन करने वालों को 2 से 4 बजे के बीच आना होगा, इसके अलावा अन्य समय में वीआईपी दर्शन नहीं होंगे। यह व्यवस्था सभी वीआईपी पर लागू रहेगी। मंत्री वर्मा ने मंदिर की व्यवस्थाओं में सुधार के लिए स्थाई प्रशासक की नियुक्ति की बात कही। उन्होंने कहा कि, 'लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के पहले कोशिश होगी कि, मंदिर में स्थाई प्रशासक नियुक्त कर दिया जाए।' इसके अलावा मंदिर की सुरक्षा को लेकर उन्होंने कहा, 'यहां जो गलत करता है उसे भगवान महाकाल खुद सजा देते हैं, सिंहस्थ में भष्ट्राचार करने वालों को भगवान महाकाल ने सरकार से ही बेदखल कर दिया।' पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल को डकैत राज बताते हुए उन्होंने कहा कि, 'मैंने आज तक इतना बड़ा झूठा आदमी नहीं देखा, कांग्रेस सरकार के दो माह के कार्यकाल में जो भी हत्याएं हुई हैं, उनमें आरोपी भाजपा के नेता और कार्यकर्ता ही सामने आए हैं।'
सामान्य दर्शन में लगेगा सिर्फ एक घंटा
इसके अलावा महाकालेश्वर के दर्शन करने आने वाले सामान्य दर्शनार्थियों को दो किमी की कतार में लगकर महाकाल के दर्शन करने होंगे। उन्हें त्रिवेणी संग्रहालय की ओर से आने वाले बेगमबाग के पीछे वाले रास्ते से बेरिकेड्स में कतार से मंदिर पहुंचाया जाएगा। यहां प्रशासन ने दावा किया है कि, इस व्यवस्था से हर श्रद्धालु सिर्फ एक घंटे में दर्शन कर सकेगा। इसके अलावा, श्रद्धालुओं के वाहन पार्किंग की व्यवस्था यहां से आधा किमी दूर की गई है। तीन जगह पार्किंग व्यवस्था तैयार की जा चुकी है। इसके पहले इसी मार्ग पर 250 सशुल्क दर्शन और शीघ्र दर्शन पास वालों की कतार भी लगेगी। वहीं, वृद्ध, दिव्यांग और मीडिया को गेट नंबर चार से प्रवेश मिलेगा। सशुल्क दर्शन की रसीद के लिए महाराजवाड़ा स्कूल, विक्रम टीला, माधव सेवा न्यास पर भी काउंटर लगाए जा रहे हैं। बेरिकेड्स और होल्डअप में पेयजल व सुविधाघर की व्यवस्था भी है।
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