उज्जैन. शिप्रा की कोमल लहरों में मालिनी की मिठास घुल सी गई। गुरुवार शाम अनुगूंज-3 उत्सव की समापन बेला में मशहूर लोकगीत गायिका और पद्मश्री से सम्मानित मालिनी अवस्थी ने ठुमरी, दादरा, कजरी और होरी जैसे लोक गीतों पर जमकर नृत्य किया और मधुर आवाज से सबको मुग्ध कर दिया।
मालिनी अवस्थी एक जाना-पहचाना नाम
लोककला के क्षेत्र में मालिनी अवस्थी एक जाना-पहचाना नाम है। वे अवधी भाषा की होने के बावजूद भोजपुरी में भी खूब गाती हैं। वर्ष 2012 में रिलीज हुई बॉलीवुड की फिल्म एजेंट विनोदÓ का एक गाना दिल मेरा मुफ्त का…Ó काफी मशहूर हुआ था। अनुगूंज के मंच पर उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा कि मप्र शासन, संस्कृति विभाग के इस आयोजन का जब भी बुलावा आता है, मैं तमाम व्यस्तता छोड़ उसमें हिस्सा अवश्य लेती हूं। ग्रामीण परिवेश में जो वाद्य यंत्र बजाए जाते थे, वे अब गौण हो गए हैं, क्योंकि उनके सारे वाद्यों का स्थान इन आधुनिक बाजों ने ले लिया है। इसलिए साज और साजिंदे विलुप्त हो गए हैं। इस बात का जिक्र करने के बाद उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में चैत्र माह में गाया जाने वाला घाटो करीब 20-25 लोग ढोलक लेकर झुंड बनाकर गाते हैं। यहां इसे मैं इन आधुनिक वाद्यों के सहारे अकेले ही गाने का प्रयास करूंगी, और उन्होंने पूरी संजीदगी के साथ अरे ए रामा चाइत…गाकर सुनाया। श्रोताओं की पर्चियों में आने वाली फरमाइशों को भी उन्होंने नजरअंदाज नहीं किया। शिव और शक्ति का स्वरूप बताते हुए उन्होंने निंदिया के डार मैय्या…गीत सुनाया। मंदिरों के बाहर फूल बेचने वाली मालन पर आधारित गीत मचल रही आज मालन महताई…पर खूब तालियां बटौरीं। इसके बाद श्रीराम-जानकी विवाह, रामजी का सेहरा, फाग आधारित होरी गीत सुनाकर समां बांध दिया।
प्रतिभाओं ने किया प्रदर्शन
मप्र शासन संस्कृति विभाग द्वारा राज्य प्रतिभा खोज के तहत प्रदेश भर से आए कलाकारों की प्रस्तुति की जा रही है। अनुगूंज के तीसरे दिन शास्त्री नगर, दशहरा मैदान पर कलाकारों की प्रस्तुति हुई। प्रतिभा खोज के तीसरे दिन भी शास्त्रीनगर मैदान पर उज्जैन, भोपाल, शहडोल और ग्वालियर संभाग, दशहरा मैदान पर इंदौर और जबलपुर संभाग के कलाकारों ने प्रस्तुति देते हुए कला पर्व मनाया। दशहरा मैदान पर गुरुवार की शाम अनुज प्रसाद सिंह, अशोक पांडेय, महेंद्र पाल सिंह, महावीर वर्मा, मंजूला चौधरी आदि कलाकरों ने की प्रस्तुति से सजी। वहीं शास्त्रीनगर मैदान पर सोनाली कूजूर, मनमोहन शर्मा, श्वेता शर्मा, मानसिंह , उर्वशी खत्री आदि कलाकारों की स्वर लहरियों से मंच को गूंजायमान कर दिया।