बता दें कि, ज्योति नगर में सथित वर्कशॉप में बड़ी संख्या में ट्रांसफार्मर रखे हुए थे। ये ट्रांसफार्मर आयल से भरे होते हैं। मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि, आग भड़कने का सबसे बड़ा कारण इन्हीं ट्रांसफार्मरों में मौजूद तेल था। आग लगने के बाद जमा आयल के कारण थोड़ी ही देर में पूरा वर्कशॉप आग की लपटों की चपेट में आ गया। आयल जलने से ही भारी मात्रा में काला धुआं भी निकला, जिसके चलते दूरे-दूर तक ये धुआं दिखाई दिया। आकाश में घना धुआं देख हजारों लोग आग देखने घटना स्थल पर पहुंचे। ऐसे में थोड़ी ही देर के भीतर वहां भारी भीड़ जमा हो गई। ऐसे में पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने में खासा मशक्कत का सामना करना पड़ा।
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पुलिस ने निभाई अहम भूमिका
मामले को लेकर माधव नगर थाना प्रभारी का कहना है कि, प्रथम दृष्टया से तो आग लगने का कारण शार्ट सर्किट लग रहा है। पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती नैते पर लगातार बढ़ रही शहर की बनती जा रही थी। क्योंकि, आग मुख्य रूप से ट्रंसफार्मर में लगी थी, जिसके चलते उनमें ब्लास्ट भी हो रहे थे। ऐसे में मौके पर भीड़ के ज्यादा इकट्ठे होने से किसी भी स्थिति से निपटना मुश्किल था। फिर भी बिना किसी जनहानि के पुलिस की ओर से बड़ी कारर्वाई को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया है। पुलिस ने न सिर्फ विद्युत कंपनी में मौजूद अधिकारी-कर्मचारियों को अफरा-तफरी के बीच से सुरक्षित बाहर निकाला, बल्कि बाहर इकट्ठी हो रही भीड़ को नियंत्रित किया। फिलहाल, ये पता नहीं चल सका है कि, आग लगने से कितना नुकसान हुआ है। जल्द ही जांच के बाद स्पष्ट हो जाएगा।