उज्जैन

महिला दिवस पर सार्थक पहल: बुजुर्ग को लगवा दी खिलौनों की दुकान

Ujjain News: न सिर्फ खुशी की झलक आई, बल्कि आत्मसम्मान से जीने की वजह भी मिली।

उज्जैनMar 09, 2020 / 01:35 pm

Lalit Saxena

Ujjain News: न सिर्फ खुशी की झलक आई, बल्कि आत्मसम्मान से जीने की वजह भी मिली।

उज्जैन. महिला दिवस पर शहर में महिलाओं के लिए अनेक आयोजन हुए। कहीं सम्मान समारोह किया गया, तो कहीं उनके लिए कुछ कार्यक्रम आयोजित किए गए, लेकिन एक ग्रुप ने अनूठी पहल की, जिससे दो महिलाओं के चेहरे पर न सिर्फ खुशी की झलक आई, बल्कि आत्मसम्मान से जीने की वजह भी मिली।

संगिनी ग्रुप ने किया अनूठा प्रयास
महिला दिवस पर संगिनी ग्रुप ने एक अनूठा प्रयास किया, कि क्यों ना महिलाओं को सम्मान के साथ जीना और आत्मनिर्भर बनाकर जीना सिखाया जाए। इसी सार्थक पहल में रविवार को ग्रुप संरक्षक डॉ. सतविंदर कौर सलूजा, अध्यक्ष ममता सांगते, सचिव राजश्री दिसावल ने फ्रीगंज शिव मंदिर पर बुजुर्ग दादी को फूलों की छोटी सी दुकान लगवाई जिससे उन्होंने 1 घंटे में १60 रुपए कमा लिए। चामुंडा माता के पास में भिक्षा मांगकर जीवन यापन करने वाली मांगू बाई को खिलौनों की दुकान लगवाई। दोनों ही खुश थीं कि अब हम सम्मान का जीवन जी सकेंगे और कभी भीख नहीं मांगेंगे।

शिक्षा जगत में एक दशक तक दी सेवा, अब मिला सम्मान
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस अवसर पर संस्था कलाम सर्वधर्म सोशल वेलफेयर सोसायटी की लेडी विंग द्वारा भारतीय ज्ञानपीठ विद्यालय की एक दशक तक प्राचार्य रही निवेदिता गंभीर का उनके निवास इंद्रानगर आगर रोड पहुंचकर शॉल-श्रीफल, पुष्पमाला, कलम भेंटकर सम्मान किया गया। शिक्षा जगत में सुदीर्घ सेवा देकर नारी जगत में आदर्श प्रतिमान स्थापित करने हेतु उनका आभार व्यक्त किया गया। शिक्षिका निवेदिता ने स्वागत के प्रत्युत्तर में कहा कि नारी धैर्य, शक्ति और ममता की प्रतिमूर्ति होती है। वे सिर्फ सृष्टि की सृजनकर्ता ही नहीं, अपितु अपने परिवार, समाज को संस्कारित, शिक्षित, दायित्ववान बनाकर उचित दिशाबोध कराती हैं। आप सभी बालिकाएं भी अपने निजी जीवन के साथ ही समाज व राष्ट्र के प्रति विभिन्न सरोकारों को निभाएं। सम्मान करने वालों में संस्था सदस्य आयशा खान, बरखा बैस, भावना सूर्यवंशी आदि मौजूद रहीं। जानकारी संस्थाध्यक्ष समीर खान ने दी।

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