उज्जैनPublished: Apr 15, 2020 12:29:14 am
Mukesh Malavat
दो सब्जी, एक किराना सहित दो दूध विक्रेताओं पर कार्रवाई
दो सब्जी, एक किराना सहित दो दूध विक्रेताओं पर कार्रवाई
नागदा. शहर में कफ्र्यू लागू होने के बावजूद भी लोग नियमों का पालन करने को तैयार नहीं है। निगरानी दल प्रतिदिन शहर में भ्रमण कर नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी कर रहा है। ऐसे में एक दूध व्यापारी को तीन बार चेतावनी देने के बाद भी नहीं मानने पर निगरानी दल को मजबूरन दुकान को सील बंद की कार्रवाई करना पड़ी।
बता दे कि उक्त दूध व्यापारी, जिसकी किरण टॉकिज चौराहे पर पोरवाल डेयरी के नाम से फर्म जो कि कंटेंटमेंट एरिया से लगी हुई। प्रतिबंध होने के बावजूद ये व्यापारी दुकान खोलकर दूध की बिक्री कर रहा था, इतना ही नहीं कंटेंंटमेंट क्षेत्र के लोगों को भी दूध की सप्लाई दे रहा था, जबकि प्रशासन ने खुले दूध को एरिए में प्रतिबंधित कर रखा है। लगातार पेट्रोलिंग के दौरान निगरानी दल कार्रवाई के पहले तीन बार चेतावनी दे चुका था। इसी तरह नीलामी सब्जी मंडी में एक व्यापारी बिना अनुमति के सब्जी का व्यापार कर रहा था तो उसके कब्जे से लोकी और पत्ता गोबी जब्त कर स्वयसेवी संस्था को भिजवाई। रानी लक्ष्मीबाई मार्ग पर बिना अनुमति दुकान खोलकर व्यापार कर रहे व्यापारी के यहां से एक तेल डिब्बा जब्त कर उसे बंद करवाया गया। इसके अलावा बिना पास की गली-गली में दूध बेच रहे युवक से दूध जब्ती की भी कार्रवाई की। जब्त किया गया दूध स्वयंसेवी संस्था को भिजवाया। प्रशासन ने इन सब व्यापारियों को चेतावनी भी दी है कि यदि अब उनकी दुकानें खुली रही तो उनका पास निरस्त कर दिया जाएगा। टीम द्वारा नगर के विभिन्न गलियों एवं मोहल्लों में भ्रमण किया गया। अनावश्यक घूमने वाले लोगों को रोककर उन पर कार्रवाई करते हुए उनसे दंड बैठक लगवाई व कुछ को मुर्गा भी बनाया। निगरानी दल में नायब तहसीलदार सलोनी पटवा, नायब तहसीलदार अन्नू जैन, कृषि उपज मंडी के अधिकारी नागेंद्र सिंह राठौर, पटवारी विनोद कुमार, अरविंद नामदेव, राकेश भाटी व नपा कर्मचारी लालसिंह कुशवाह, प्रकाश जैन, नपा अतिक्रमण दल प्रभारी पावन भाटी आदि शामिल थे। इधर नगर भ्रमण कर रही पुलिस की टीम ने भी शहर में अनवाश्यक सड़कों पर घूम रहे लोगों को पकड़ा और उनकी पिटाई की।
कंटेंनमेंट एरिया में समस्या का अंबार
नईदिल्ली क्षेत्र को सील बंद कर कंटेंटमेंट घोषित किया गया है। ऐसे में यहां फंसे लोगों को आवश्यक सामग्री के लिए परेशान होना पड़ रहा है, क्योंकि होम डिलवेरी की व्यवस्थाा होने के बावजूद इन तक सामग्री नहीं पहुंच पा रही है, क्योंकि क्षेत्र की चौकसी कर रहे पुलिस जवान इन्हें सामग्री की सप्लाई देने से रोक रहे है। इधर प्रशासन ने जिन्हें क्षेत्र के लोगों को दूध व सब्जी मुहैया कराने के लिए अधिकृत किया है वे अधिक दाम वसूल रहे है। क्षेत्र में रहने वाले एक व्यक्ति ने पत्रिका को चर्चा में बताया कि दूध 60 रूपए प्रति किलो में मिल रहा है, जबकि रेट 50 रुपए के है। ऐसे लोगों पर प्रशासन को कार्रवाई करते हुए क्षेत्र में घरों में कैद लोगोंं को सुविधा मुहैया कराने के लिए प्लानिंग करने की आवश्यकता है, लेकिन जिम्मेदार समझने को तैयार नहीं है।