किस बाजार में कितना व्यापार
सोना-चांदी बाजार-१ करोड़
बाइक बाजार – ४ करोड़
इलेक्ट्रॉनिक बाजार- २ करोड़
बर्तन बाजार – १ करोड़
कपड़ा बाजार- १ करोड़
सजावटी सामान – १ करोड़
(स्रोत- आंकड़े व्यापारियों के अनुसार)
महाकाल के दरबार में 27 को मनेगी दीपावली
राजाधिराज महाकाल के आंगन में कार्तिक अमावस्या से एक दिन पूर्व दीपपर्व मनाया जाता है, किंतु इस बार रूप चतुर्दशी और अमावस्या एक ही दिन होने से विशेष संयोग बन रहा है। अर्थात इस बार 27 अक्टूबर को दीपावली मनाई जाएगी। 23 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है जब प्रजा राजा के साथ दीपावली मनाएगी। मंदिर में इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं।
शुरू होगी गरम जल से स्नान की परंपरा
परंपरा अनुसार महाकाल मंदिर में चतुर्दशी के दिन तड़के भस्मारती में दिवाली मनाई जाती है। पं. महेश पुजारी के अनुसार 27 अक्टूबर को तड़के चार बजे भगवान को गरम जल से स्नान कराने का क्रम शुरू होगा। यह क्रम फाल्गुन मास की पूर्णिमा तक चलेगा।
सबसे पहले पुजारी परिवार
सबसे पहले पुजारी परिवार की महिलाएं भगवान को केसर, चंदन से निर्मित उबटन लगाएंगी। इसके बाद भगवान को सुगंधित द्रव्यों से स्नान कराया जाएगा। सोने-चांदी के आभूषण धारण कराने के बाद नवीन वस्त्र पहनाए जाएंगे। पश्चात अन्नकूट लगाकर फुलझड़ी आरती होगी। महाकाल में देव दिवाली देखने के लिए देश-विदेश से भक्त उमड़ेंगे। शाम को दीपावली मनेगी, संध्या आरती में भी भगवान के समक्ष फिर फुलझड़ी चलाई जाएगी।