तेज हवा और बारिश के कारण दिनभर से उमस और गर्मी सेे परेशान हो रहे लोगों को राहत मिली। पिछले दिनों नागदा और शाजापुर के आसपास क्षेत्र में अच्छी बारिश हो चुकी है, वहीं उज्जैन अभी तक इससे अछूता था। अब बादलों की मेहरबानी हुई और मंगलवार रात से बारिश का दौर शुरू हो गया।
प्रदेश में दो तरफ से प्रवेश करता है मानसून
मौसम विभाग के अनुसार मानसून प्रदेश में दो तरफ से प्रवेश करता है। मप्र में अरब सागर से आने वाला मानसून मुंबई से होकर आता है। यह प्रदेश में सबसे पहले उज्जैन सहित मालवा-निमाड़ में असर दिखाता है। वहीं बंगाल की खाड़ी का मानसून छत्तीसगढ़ से होता हुआ मप्र में प्रवेश करता है। यह बालाघाट व जबलपुर के रास्ते मप्र में आता है। इसलिए यह मालवा तक आने में देर लगाता है। इसका प्रभाव पूर्वी मप्र में ज्यादा होता है। मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान स्थिति तक दोनों ही सक्रिय है, लेकिन दोनों ही तय समय १५ जून से विलंब से चल रहे हैं। इससे साफ है कि इस वर्ष भी मानसून का आगमन देरी से हो रहा है। इधर मौसम के वैज्ञानिकों के अनुसार मानसून के अनुकूल वातावरण बना हुआ है। आने वाले दो-तीन दिन में अच्छी बरसात के आसार हैं।
पांच वर्ष में मानसून का आगमन
2014 में 16 जुलाई
2015 में 11 जून
2016 में ०9 जुलाई
2017 में 26 जून
2018 में 27 जून
सतर्कता के दिए निर्देश
उज्जैन में मंगलवार को दिनभर की भारी उमस के बाद रात को करीब 11 बजे मानसून की झमाझम बरसात हुई। बरसात को लेकर राहत आयुक्त ने 24 घंटे में भारी वर्षा की जानकारी देते हुए उज्जैन-इंदौर संभाग के आयुक्तों को सतर्कता रखने के निर्देश दिए हैं।