ये आरोप लगाए
उन्होंने प्रदेश में सर्वाधिक दुष्कर्म, किसानों की आत्महत्या, भ्रष्टाचार, युवा बेरोजगारी आदि के आरोप भी लगाए। इनका हवाला देते हुए उन्होंने जनआशीर्वाद की जगह क्षमा याचना यात्रा निकालने की बात कही। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर सिंधिया ने कहा जब केंद्र में मनमोहन जी की सरकार थी तब पेट्रोल 60 और डीजल 55 रुपए लीटर था, तब शिवराज सिंह जी साइकिल पर आकर संसद में घेराव करने की बात कहते थे। आज जब पेट्रोल 82 रुपए लीटर है, तो वे उडऩखटोले में घूम रहे हैं, यात्रा निकाल रहे हैं। वह अब क्यों नहीं धरना देते।
टिकट वितरण को लेकर रखी अपनी राय
सिंधिया ने टिकट वितरण को लेकर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा 30 प्रतिशत ऐसे लोगों को टिकट मिलना चाहिए, जिन्होंने पहले कभी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन अन्य कोई चुनाव का अच्छा अनुभव रखते हैं। उन्होंने बागियों की तरफदारी भी की, जिन्होंने चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी से कई गुना अधिक वोट पाए हैं, उन्हें मौका दिया जा सकता है।
जनता के हक की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस
सिंधिया के अनुसार कांग्रेस सत्ता या कुर्सी पाने की लड़ाई नहीं लड़ रही है, बल्कि वह जनता की आवाज बुलंद करने और जनता के हक की लड़ाई लड़ रही है। मीडिया से चर्चा के बाद सिंधिया उज्जैन से रवाना हुए। उज्जैन में यह उनकी आखिरी संभागीय चुनाव समिति की बैठक थी। अन्य संभागों में पहले ही बैठक ले चुके हैं।