उज्जैनPublished: Jul 09, 2023 05:50:35 pm
Lalit Saxena
पहली प्रस्तुति कुमुद दीवान, नई दिल्ली के शास्त्रीय गायन की हुई। उसके बाद वाराणसी के शुभ महाराज के एकल तबला वादन के बाद कार्यक्रम का समापन उज्जैन की हीना वासेन के कथक नृत्य से हुआ।
उज्जैन। त्रिवेणी संग्रहालय के ऑडिटोरियम हॉल में शनिवार शाम नृत्य, गायन और वादन की प्रस्तुति हुई। ठुमरी, भजन और घुंघरुओं के खूबसूरत लय-ताल से सांझ सुरमयी हो गई। दर्शकों और श्रोताओं ने देर रात तक गीत-संगीत से सजी इस शाम का आनंद लेते हुए भगवान महाकाल की संगीतमय आराधना की।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के आयोजन 18 वें अखिल भारतीय श्रावण महोत्सव 2023 शिव सम्भवम की प्रथम संध्या में दीप प्रज्जवलन के पश्चात कार्यक्रम के प्रारंभ में पहली प्रस्तुति कुमुद दीवान, नई दिल्ली के शास्त्रीय गायन की हुई। उसके बाद वाराणसी के शुभ महाराज के एकल तबला वादन के बाद कार्यक्रम का समापन उज्जैन की हीना वासेन के कथक नृत्य से हुआ। श्रावण महोत्सव की प्रथम संध्या की प्रथम प्रस्तुति का प्रारंभ कुमुद दीवान ने राग हंसध्वनि में बंदिश जय शिवशंकर अवघड दानी... से किया । उसके बाद विलंबित लय में ठुमरी भोला लगावे बेडा पार......, राजदेश में भजन गल भुजंग भस्म अंग शंकर अनुरागी...... की प्रस्तुति के बाद प्रस्तुति का समापन लोकप्रिय भोलेनाथ की होली ..... खेले मसाने में होली दिगंबर.... से किया। तबला संगत हितेन्द्र दीक्षित व हारमोनियम पर भरत जोशी ने की।
तबले पर छाई बनारस घराने की परंपरा
महोत्सव की दूसरी प्रस्तुति बनारस घराने के पदमविभूषण पं. किशन महाराज के पौत्र एवं शिष्य शुभ महाराज के एकल तबला वादन की हुई। प्रस्तुति में शुभ महाराज ने बनारस घराने की ठेके के प्रकार, बाँट, छंद- रॉव कई दुर्लभ बंदिशों की प्रस्तुति दी। हारमोनियम संगत दीपक खसरवाल ने की।