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खुशखबर: अब गंभीर को नहीं सूखने देगी नर्मदा

एमआइसी ने दी मंजूरी, गर्मी में भी डैम खाली होने की समस्या नहीं रहेगी, ग्राम खिड़ौदा से जुड़ेगी पाइप लाइन] करोड़ों की कई विकास योजनाएं भी हुई मंजूर

उज्जैनAug 07, 2019 / 11:43 pm

aashish saxena

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उज्जैन. क्षिप्रा नदी के बाद अब नर्मदा का पानी अब सीधे गंभीर डैम में भी पहुंच सकेगा। इसके लिए गंभीर के कैचमेंट एरिया के ग्राम खिड़ौदा से डैम तक पाइप लाइन बिछाकर इसे नर्मदा से लिंक किया जाएगा। करीब पांच करोड़ रुपए के खर्च वाली इस महती योजना को मेयर इन काउंसिल की हरी झंडी मिल गई है।

बुधवार को महापौर मीना जोनवाल की अध्यक्षता में मेयर इन काउंसिल की बैठक हुई। निगमायुक्त प्रतिभा पाल के निर्देश पर तैयार नर्मदा-गंभीर डेम लिंक योजना को बैठक में प्रस्तुत किया गया। अधिकारियों ने बताया, ग्राम खिड़ोदा से डैम तक करीब 12 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाकर डैम तक नर्मदा का पानी लाया जा सकेगा। चर्चा के बाद महापौर सहित सभी एमआइसी सदस्यों ने योजना को शहर की पेयजल व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए स्वीकृति दी। बैठक में करोड़ों रुपए की लागत की आधा दर्जन से अधिक अन्य विकास योजनाओं को भी मंजूरी दी गई। बैठक में एमआइसी सदस्य सत्यनारायण चौहान, कलावती यादव, राधेश्याम वर्मा, दुर्गा चौधरी, नीलूरानी खत्री, डॉ. योगेश्वरी राठौर, गीता चौधरी, मांगीलाल कड़ेल, करूणा जैन मौजूद थे।

यह है गंभीर को सूखे से बचाने की योजना

बारिश में पूरी क्षमता से भरने के बावजूद गर्मी में डैम खाली होने की कगार पर पहुंच जाता है। नर्मदा जल को अब तक क्षिप्रा में लाने के लिए नर्मदा-क्षिप्रा लिंक योजना है लेकिन यह पानी सीधे शहर की प्यास बुझाने वाले गंभीर डेम तक पहुंचे, इसके लिए कोई रूट नहीं है। नर्मदा जल को मालवा क्षेत्र के खेतों तक पहुंचाने के लिए एनवीडीए सिंचाई उपयोग की ग्रेवीटी मैन लाइन बिछा रहा है। यह लाइन डेम कैचमेंट एरिया के नेवरीफाटा, खिड़ौदा से होकर बडऩगर के लिए जा रही है। इसी लाइन में खिड़ौदा से एक १२ किलोमीटर लंबी एक हजार मीमी की पाइपलाइन सीधे गंभीर तक डाली जाएगी।

ये होंगे फायदे

– 10-12 किमी लाइन डलने में करीब ५ करोड़ रुपए खर्च होंगे। इससे पेयजल समस्या का स्थायी हल होगा।

– अभी नर्मदा का जल क्षिप्रा तक भेजने व यहां से पेयजल उपयोग में लेने पर खर्च अधिक पड़ता है।

– जब सिंचाई की लाइन से नई लाइन डल जाएगी तो कम खर्च में पेयजल के लिए पानी उपलब्ध हो सकेगा।

– नर्मदा की लाइन में जब भी अतिरिक्त जल उपलब्ध रहेगा, वह साल में कभी भी डेम में छोड़ा जा सकेगा।

– इससे गंभीर डेम में टॉप अप होगा व जब जरूरत लगे तक पानी मंगाया जा सकेगा।

– इस पाइप लाइन के संचालन व संधारण में भी बहुत अधिक खर्च नहीं लगेगा।

इन प्रस्तावों पर भी लगी मुहर

– प्रधानमंत्री आवास योजना के घटक एएचपी अंतर्गत एमवी ओमनी प्रो. इंडिया लि. अहमदाबाद का ठेका निरस्त कर पुन: निविदा आमंत्रित की जाएगी।

– निगम के विभिन्न विभागों में कार्यरत अस्थाई कर्मचारियों की अवधि बढ़ेगी।

– महापौर चिकित्सा स्वैच्छानुदान अंतर्गत प्राप्त आवेदनों पर समिति की अनुशंसा अनुसार राशि आवंटित होगी।

– पेंशनरों को मेडिकल अलाउंस बढ़ेंगे।

– नवनिर्मित श्री अटल बिहारी वाजपेयी मल्टी लेवल पार्र्किंग ठेका पांच वर्ष के लिए ठेके पर देंगे। इससे निगम को प्रति वर्ष 13 लाख रुपए की आय संभावित।

– कपिला गोशाला के संचालन व संधारण कार्य को निजी संस्था/व्यक्ति द्वारा संचालन के देंगे।

– चकोर पार्क में वीडियो शुटिंग व अन्य गतिविधि के लिए शुल्क लगेगा।

– नेशनल सफाई कर्मचारी फाइनेन्शियल डवलपमेंट कारपोरेशन के प्रस्ताव अनुसार वाहन व उपकरण खरीदेंगे।

– सम्पत्तियों का जीआइएस सर्वे कराया जाएगा।

– दो करोड़ रुपए की लागत से गंधर्व तालाब का विकास व सौन्दर्यीकरण होगा।

– सेंटपॉल स्कूल के नजदीक डेढ़ करोड़ रुपए से शहीद स्तंभ बनेगा।

– डेढ़ करोड़ रुपए से पुरुषोत्तम तालाब विकसित किया जाएगा।

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